जयपुर। जैविक उत्पादन से किसानों की आय में वृद्धि हो इसके लिए राज्य सरकार निरंतर इस दिशा में प्रयास कर रही है। जैविक खेती करने वाले किसानों को उनकी फसल का 20 प्रतिशत एमएसपी अधिक मिले इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। इसके अलावा प्रदेश को पूर्ण जैविक राज्य बनाने तथा गोपालन को बढावा देने के लिए पशुपालकों को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। यह बात कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने शनिवार को श्रीपिंजारापोल गोशाला परिसर के सुरभि भवन में भारतीय जैविक किसान उत्पादक संघ के सौजन्य में आयोजित राष्ट्रीय किसान सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में कही।
इस दौरान ओएफपीएआई की ओर तैयार की गई देश में पहली बार गाय के गोबर से चूड़ी बनाई गई जिसमें लाख के साथ 40 फीसदी गाय का गोबर इस्तेमाल किया गया है। इस चूड़ी को कृषि मंत्री द्धारा लांच किया गया, इसे शीघ्र ही बिक्री के लिए बाजार में उतारा जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 68 जनों को सम्मानित किया गया। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अतुल गुप्ता ने बताया कि समारोह में राजस्थान गौ सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष महंत दिनेश गिरी महाराज, राष्ट्रीय संत श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी हितेश्वरनाथ महाराज ने प्रोफेसर डॉ. महेश चंद्र, डॉ. अरूणचंदन, पत्रकारिता में डॉ. महेंद्र मधुप, प्रो. डॉ. विष्णु शर्मा, ताराचंद बेलजी, जगदीश लाल सैनी, मुकेश अग्रवाल, कैलाश चौधरी व मिथलेश जैमनी को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया।
इनको सनराइज एग्रो जर्नलिज्म सम्मान

कृषि पत्रकारिता में वीरेंद्र परिहार, लता खंडेलवाल, रामकिशन शर्मा, चैतन्य शर्मा, चैतन्य मीणा, डॉ. प्रवीण कुमार, राजेश कुमार सैनी, राजेंद्र कुमार, मनीष शर्मा, शिप्रा यादव, भगवान सहाय यादव, शालू अग्रवाल, डॉ. रामभजन कुमावत, दिनेश कुमार सैनी, विजय रानी शर्मा, काका सिंह, अमित बैजनाथ गर्ग, गीता यादव, विजय कुमार केडिया, योगेंद्र शर्मा को सनराइज जर्नलिज्म अवार्ड से नवाजा गया।