नई दिल्ली : सोमवार को देश की शुरुआत एक खुशनुमा दोपहर से तब हुई, जब चुनाव प्रचार के अपनी अतिव्यस्त कार्यक्रम से मौका निकालकर प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के इस गरीब किसान से मुलाकात की। इस किसान की गुरबत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गरीबी में इसका वजन 70 किलो गिर चुका है।
जब इस बात की खबर प्रधानमंत्री को मिली तो उन्होंने इस किसान को सीधे गांव से बुलाया और अपने बेडरूम में मुलाकात करके सांत्वना दी।
पीएम से मिलने के बाद किसान ने बताया कि पीएम ने उसके सारे कर्जे माफ करने का वादा किया है। किसान ने यह भी धमकी दी कि अगर पीएम ने उसके और उसके पिता के सारे कर्जों को शीघ्र ही माफ न किया तो उनका परिवार देशघाती कदम उठाने पर मजबूर होगा। स्रोत- सीटीआई
(उपरोक्त वयंग्य कथा के लेखक राहुल पांडेय दिल्ली में पत्रकार हैं. उनका यह लिखा उनके फेसबुक वॉल से लिया गया है.)
Comments on “पीएम ने की महाराष्ट्र के इस गरीब किसान से मुलाकात जिसका वजन 70 किलो गिर चुका है :)”
It is not understood why the concerned reporter should be sarcastic? The person referred is also an Indian Citizen and has equal rights as we do have. What is wrong if he belongs to the richest family of the country. His family earned such wealth by their positive deeds, using brains, working hard to achieve. Nobody his gifted them. Instead of making such comments we should also try to become like them.( [b]should not be jealous).
[/b]
दो गरीब लोगों का मिलन हो गया। कितना अच्छा लगता हैं।