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इंडिया न्यूज़ के ओखला आफिस में कार्यरत मीडियाकर्मी कई समस्याओं से घिरे

इंडिया न्यूज़ के ओखला आफिस में कार्यरत कर्मचारियों के मजदूरों से भी बुरे हालात हैं. यहां पड़ा है सैलरी का टोटा. 25 तारीख तक भी नहीं आती सैलरी. पिछले कई महीनों से देरी से मिल रही तनख्वाह. कंपनी नए चैनल खरीदने में लगी हुई है. पर उसे अपने कर्मियों की फिक्र नहीं है.

इंडिया न्यूज़ के कर्मचारी इन दिनों बुरे दौरे से गुजर रहे हैं. कंपनी की मनमानी और तानाशाही के चलते कर्मचारियों को 20 से 25 दिन की देरी से सैलरी दी जा रही है. हालत ये हैं कि एक बार तो ओखला ऑफिस में यहां के सफाई कर्मियों को हड़ताल पर जाना पड़ा. इस कारण ऑफिस में गंदगी का अंबार लग गया. शौचालय से लेकर खाने की कैंटीन तक सब जगह गंदगी देखी गई. लेकिन कान में रूई डाल कर बैठा पड़ा आईटीवी प्रशासन कर्मचारियों को सैलरी के नाम पर प्रताड़ित करने में लगा है.

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ताजा हालात की बात करें तो मई महीने की सैलरी बीते दिन 23 जून को दी गई. कुछ लोगों की सैलरी 24 तारीख होने के बावजूद अभी तक नहीं आई है. इससे बाहर पड़ोसी राज्य से आकर यहां काम करने वाले लोगों को खासी दिक्कत पेश आ रही है. हालांकि ऐसा नहीं कि कंपनी प्रबंधन के पास रुपयों की कोई कमी है. हाल ही में नेटवर्क की ओर से कई नए चैनल लॉन्च किए गए तो कई रीजनल चैनल को खरीदा भी गया है. साथ ही इंडिया न्यूज़ नेशनल की ओर से राजनीतिक गलियारों में अपनी पैठ बनाने के लिए ‘मंच’ जैसे बड़े कार्यक्रम कर पैसे खर्च किए जा रहे हैं.

लेकिन इनके पास कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए रुपये नहीं हैं. दूसरी और कर्मचारी अपने ऊपर हो रहे इस सैलरी के टॉर्चर से बचने के लिए संस्थान को अलविदा कहने में लगे हैं. ओखला ऑफिस में पहले ही लोगों को कम सैलरी पर ज्वाइन कराया गया. इन कर्मचारियों को इंक्रीमेंट नहीं दिया जाता है. अब सैलरी भी आधा से ज्यादा महीना बीत जाने के बाद दी जा रही है. इससे ऑफिस में काम करने वाले लोगों में खासा रोष है. कुछ लोग संस्थान से नाता तोड़ बिना किसी नोटिस के टाटा-बाय कह रहे हैं तो कंपनी प्रबंधन लोगों की सैलरी रोक कर उन्हें प्रताड़ित करने में लगा है.

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ऐसा नहीं है कि केवल सैलरी की तंगी है. कई बार ओखला ऑफिस में लोगों को पानी की मूलभूत सुविधा तक नहीं मिलती. यहां बार-बार शिकायत करने पर ही पानी मंगाया जाता है. ऐसी स्थिति में लोगों को बाहर से पानी की बोतल खरीदने पर मजबूर होना पड़ता है. कई बार तो बिजली का बिल बचाने के लिए यहां एसी भी बंद कर दिये जाते हैं और लोगों को कूलर व पंखे में काम करना पड़ता है. खैर अब देखने ये होगा कि सैलरी की एवज में अपने कर्मचारियों को इस तरह से परेशान करना कब तक चलता रहेगा.

लेखक संदीप मेहरा इंडिया न्यूज के ओखला आफिस में कार्यरत हैं. उनसे संपर्क [email protected] के जरिए किया जा सकता है.

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1 Comment

1 Comment

  1. शोषित पत्रकार

    June 28, 2018 at 5:35 pm

    रीजनल चैनल में सबसे बुरी स्थिति है इंडिया न्यूज़ की और इसके लिए जिम्मेदार वो लोग हैं जो खुद को मीडिया जगत में बड़ा तुर्रम खां समझते हैं और चैनल में एडिटर के पदों पर कार्यरत हैं।

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