Yashwant Singh : ये वीडियो अंग्रेजों के जमाने का नहीं है. आज की तारीख का है. पुलिस वाले पीटे जा रहे हैं और ये नौजवान इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं. इनका अपराध बस इतना है कि इन्होंने भोपाल में आठ लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मार दिए जाने के घटनाक्रम का विरोध करते हुए न्यायिक जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. ढेर सारे पुलिस वाले आए और बिना चेतावनी दिए माइक दरी छीन झपट कब्जे में लेकर युवकों को पीटना शुरू कर दिया.
दो लोगों को तो थाने ले जाकर इस हद तक टार्चर किया गया कि बेहोश हो गए. इन्हें गंदी गंदी गाली दिया. सिमी आतंकी का तमगा देते हुए मुठभेड़ में मार डालने की धमकी दी. जी, सही समझे, पुत्तर प्रदेश के जंगलराज का यह मामला है, वह भी राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज में.
सोचिए, यूपी में क्या खूब विकास हो रहा है. मुझे मालूम है कि इस स्टेटस को न भाजपाई लाइक करेंगे और न ही सपाई, और न ही इन दोनों दलों के शुभचिंतक और प्रशंसक. सेलेक्टिव और टारगेटेड क्रिटिसिज्म व जर्नलिज्म करने वाले अपनी सुविधा के हिसाब से लाइक शेयर करते हैं. अगर आप खुद को निष्पक्ष मानते हैं तो जरूर इसे लाइक करके शेयर करें ताकि यूपी पुलिस के क्रूर चेहरे को एक्सपोज किया जा सके.
वीडियो लिंक ये है :
https://www.youtube.com/watch?v=omXNQ2B-NyE
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
पूरे प्रकरण को जानने समझने के लिए इसे पढ़ें…