Rajeev Sharma-
आज (30.09.2021) अंतरराष्ट्रीय अनुवाद दिवस है। अंग्रेज़ी में कहें तो International Translation Day है। जो लोग समाचारों या लेखन से जुड़े हैं, वे जानते हैं कि आज अनुवाद का कितना महत्व है। यह ऐसा काम है जिसमें ज़रा-सी चूक हुई कि आप गए काम से! आज से 20 साल पहले तक अनुवाद करना बहुत मुश्किल होता था लेकिन जब से गूगल बाबा की अनुवाद सेवा आई है, यह आसान हो गया है या कहें कि पहले जैसा मुश्किल नहीं रहा है। पर यह न समझें कि गूगल की मदद से अनुवाद कर लिया तो उसमें कोई ग़लती नहीं होगी। अनुवाद करते समय ऐसा कई बार हुआ जब गूगल की अनुवाद सेवा ने अर्थ का अनर्थ कर दिया और हमें उस पर हंसने का मौका भी मिला। जैसे:
- एक बार मैं किसी पत्रकार के संस्मरण का अंग्रेज़ी से हिन्दी अनुवाद कर रहा था। उन्होंने कुछ यूं लिखा कि ‘पाकिस्तान में एक सुनसान जगह से गधों की कतार जा रही थी।’ गूगल ने उसका अनुवाद किया कि ‘पाकिस्तान में गधों से भरी ट्रेन जा रही थी।’
- इसी तरह मैंने भाजपा नेता संबित पात्रा पर एक ख़बर का हिन्दी से उर्दू अनुवाद किया तो गूगल ‘संबित पात्रा’ को ‘संबित बर्तन’ बता रहा था। उसने ‘पात्रा’ को पात्र यानी बर्तन समझ लिया।
- एक बार गौतम गंभीर की ख़बर का हिन्दी से अंग्रेज़ी में अनुवाद करना चाहा तो गूगल उसे ‘गौतम सीरियस’ बता रहा था।
- पिछले दिनों तो हद ही हो गई। अंग्रेज़ी में ख़बर यह थी कि कोरोना संक्रमण फैल रहा है, इसलिए एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखें लेकिन गूगल बाबा ने इसका अनुवाद किया: कृपया शारीरिक रूप से गड़बड़ी का अभ्यास करें! (प्रमाण के तौर पर नीचे तस्वीर देखें)
- शायद 2013 या 2014 में, एक कहानी पढ़ रहा था, जिसमें कोई शख्स किसी महिला से कहता है- ‘How are you young lady?’ मैंने गूगल से इसका अनुवाद किया तो उसने बताया- ‘तुम कैसी हो जवान औरत?’
ब्रिटेन या अमेरिका में young lady कहना अच्छा माना जाता हो लेकिन भारत में किसी महिला (चाहे वह परिचित ही हो) को आप इसके हिन्दी अनुवाद से संबोधित करेंगे तो जूते पड़ने की भरपूर संभावना है। छेड़ाछाड़ के केस में जेल जाएंगे सो अलग। इसलिए गूगल बाबा की हर बात को संसार का अंतिम सत्य न मानें।
गूगल! तू इतना भोला क्यों है रे?
चलते-चलते: गूगल ने अभी तक मारवाड़ी में अनुवाद की सेवा शुरू नहीं की है। अगर कर देता तो यहां भी हंसी के भरपूर मौके मुहैया कराता। जैसे: down to earth का हिन्दी अनुवाद होगा ‘ऐसा व्यक्ति जो सहज व सरल स्वभाव का हो, सादगी को पसंद करे’; लेकिन गूगल बाबा इसका अनुवाद करते ‘धरत्यां उतरेड़ो’ (घटिया इन्सान, दुष्ट)!
-राजीव शर्मा