साथियों, जैसा कि आपको पता है कि 14 मार्च 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों के अनुसार वेतनमान नहीं मिलने वाले सभी समाचार-पत्र व पत्रिकाओं के कर्मचारियों को संबंधित राज्यों के श्रम कार्यालयों में क्लेम करने का निर्देश दिया है। ऐसे में जागरण प्रकाशन लिमिटेड की विभिन्न कंपनियों में कार्यरत हमारे कई साथियों को अब तक नहीं पता कि वे मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों के अनुसार वेतनमान पाने के हकदार है।
यदि आप इन कंपनियों में, अखबारों में या बेवसाइटों में कार्यरत हैं या कार्य कर चुके हैं तो अपना एरियर बना कर जल्द ही उपश्रमायुक्त कार्यालय में क्लेम करें ताकि आप मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों के अनुसार अपना हक प्राप्त कर सकें।
मिडडे इंफोमीडिया लिमिटेड (मिडडे- अंग्रेजी, गुजराती और इंकलाब की प्रकाशक), सुवी इंफो मैनेजमेंट (इंदौर) प्राइवेट लिमिटेड और नई दुनिया मीडिया लिमिटेड (नई दुनिया और नवदुनिया)
मैसर्स शब्द-शिखर प्रकाशन (ए पार्टनरशिप फर्म), जागरण पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड (JPPL), Jagran Prakashan (MPC) Private Limited (JPMPC), M/s Jagran Publication (a patnership firm)-kanpur, Jagran Media Network Investment Private Limited, Naidunia Media Limited, Mid Day Multimedia Limited।
आई-नेक्स्ट, सिटी प्लस, पंजाबी जागरण, सखी, जोश, डेली एक्शन-कानपुर (Daily Action-kanpur), कंचन प्रभा-कानपुर,
वेबसाइट- Jagran.com, naidunia.com, inextlive.com, jagranpost.com, Midday.com, jagranpunjabi.com, inquilab.com and gujaratimidday.com
नोट- यहां यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि उपरोक्त सभी साथियों को मजीठिया वेजबोर्ड की सिफारिशों के अनुसार ए ग्रेड के लाभ उसी तरह मिलेंगे जैसे दैनिक जागरण में कार्यरत साथियों को मिलेंगे। क्योंकि जागरण प्रकाशन का सालाना टर्नओवर 1 हजार करोड़ से ऊपर है। उपरोक्त सभी कंपनियां, अखबार, पत्रिकाएं और वेबसाइटें जागरण प्रकाशन लिमिटेड का ही हिस्सा हैं।
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एक मीडियाकर्मी द्ववारा भेजे गए पत्र पर आधारित.