जया निगम-
न्यूयॉर्क टाइम्स के लेटेस्ट #pegaus रेवलेशन ने #Hanna वेब सीरीज (अमेजन प्राइम पर उपलब्ध) के पार्ट 3 की याद दिला दी, जिसमें पत्रकारों और एक्टिविस्टों को अलग अलग देशों में मारने के लिए जेनेटिकली मोडिफाइड गर्ल्स को एक प्रोजेक्ट के तहत पैदा किया जाता है और सालों तक बड़ा किया जाता है.
इन लड़कियों के पैदा होने से पहले ही उनकी बीमार, कमजोर और गरीब मांओं से अपने अनवांटेड बेबी के गुमनाम रखे जाने का कॉन्सेंट फॉर्म भरवा कर, इन लड़कियों को प्रोजेक्ट के लिए एक्वायर कर लिया जाता है.
एक खास तरह की किलिंग मशीन के रूप में बड़ी होने वाली ये लड़कियां खुद को देश दुनिया का सबसे सेक्रेटिव प्रोटेक्टर मान कर ही बड़ी होती हैं. उनकी वर्चुअल और रियल दुनिया में कुछ भी सच नहीं. उनकी जिंदगियां, रिश्ते, प्रेम और मौत सब कुछ बस देश को बचाने का एक प्रोजेक्ट भर हैं.
वैसे तो इस स्टोरी में कुछ भी नया नहीं क्योंकि दुनिया भर में मर्सेनरी सैकड़ों सालों से ऐसे ही तैयार किए जाते रहे हैं.
बस इस पहलू में टेक्नोलॉजी का ह्यूमन लाइफ पर कंट्रोल जिस कदर बढ़ा है वही नया है, जिसने आम लोगों की हैसियत को एकदम से जीरो कर दिया है. चीन में इस तरह के रोबोटिक किलिंग मशीन को वहां की आर्मी में शामिल किए जाने के बाबत न्यूज आपको गूगल पर टाइप करते ही मिल जायेगी.
खोशोगी मर्डर, सऊदी अरब दूतावास में घटित होने के बाद #PegasusSpyware जैसे अविष्कार किसी फिल्म का हिस्सा होने के बजाय हमारे आपकी जिंदगियों और मौत का सच बन चुके हैं.