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सियासत

वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार ने जासूसी गतिविधियों की बात कुबूली

वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार ने अपनी जासूसी गतिविधियों की बात स्वीकार की है। इस्लामी गणतंत्र ईरान में अमरीकी अख़बार वाशिंग्टन पोस्ट के संवाददाता जायसन रेज़ाइयान ने जिसे सात महीना पहले हिरासत में  लिया गया था जासूसी करने की बात स्वीकार की है। ईरान के सांसद हमीद रसाई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि ईरान के टीवी चैनलों को चाहिए कि ईरानी मूल के अमरीकी पत्रकार को इक़बालिया बयान का वीडिया जारी करे क्योंकि इस इक़बालिया बयान में बहुत सी बातों से पर्दा उठाया गया है।

<p>वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार ने अपनी जासूसी गतिविधियों की बात स्वीकार की है। इस्लामी गणतंत्र ईरान में अमरीकी अख़बार वाशिंग्टन पोस्ट के संवाददाता जायसन रेज़ाइयान ने जिसे सात महीना पहले हिरासत में  लिया गया था जासूसी करने की बात स्वीकार की है। ईरान के सांसद हमीद रसाई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि ईरान के टीवी चैनलों को चाहिए कि ईरानी मूल के अमरीकी पत्रकार को इक़बालिया बयान का वीडिया जारी करे क्योंकि इस इक़बालिया बयान में बहुत सी बातों से पर्दा उठाया गया है।</p>

वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार ने अपनी जासूसी गतिविधियों की बात स्वीकार की है। इस्लामी गणतंत्र ईरान में अमरीकी अख़बार वाशिंग्टन पोस्ट के संवाददाता जायसन रेज़ाइयान ने जिसे सात महीना पहले हिरासत में  लिया गया था जासूसी करने की बात स्वीकार की है। ईरान के सांसद हमीद रसाई ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि ईरान के टीवी चैनलों को चाहिए कि ईरानी मूल के अमरीकी पत्रकार को इक़बालिया बयान का वीडिया जारी करे क्योंकि इस इक़बालिया बयान में बहुत सी बातों से पर्दा उठाया गया है।

रसाई ने संसद में कहा कि अमरीकी अधिकारी यह दावा करते हैं कि रेज़ाइयान को सात महीने से बिना किसी अदालती कार्यवाही के हिरासत में रखा गया है लेकिन जब वे ईरान के ख़िलाफ़ जासूसी की गतिविधियों के बारे में रेज़ाइयान के इक़बालिया बयान को सुनेंगे तो उनकी समझ में आ जाएगा कि उन्हें ईरान में क्यों रोककर रखा गया है। रसाई ने कहा कि हम यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि संवेदनशील स्थानों तक जाने में रेज़ाइयान की सहायता किसने की।

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उन्होंने कहा कि रेज़ाइयान ने ईरान के बारे में बड़े अच्छे आर्टिकल लिखे किंतु उन्होंने बहुत सी एसी गतिविधियां कीं जिनके बारे में कुछ नहीं लिखा है। रेज़ाइयान को गत 22 जुलाई को उनकी पत्रकार पत्नी यगाना सालेही के साथ गिरफ़तार कर लिया गया था किंतु यगाना सालेही को ज़मानत पर रिहा कर दिया गया था। रेज़ाइयान वर्ष 2012 से तेहरान में वाशिंग्टन पोस्ट के ब्योरो चीफ़ के रूप में कार्यरत थे।

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