उत्तर प्रदेश के जनपद फिरोजाबाद में लॉकडाउन के दौरान कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों पर नकेल कसने के लिए फिरोजाबाद डीएम चंद्र विजय सिंह भारत समाचार के संवाददाता जितेंद्र शर्मा की बुलट पर घूमते हुए नजर आए थे. सबसे बड़ा प्रश्न यही उठा कि कालाबाजारी करने वालों को पकड़ने के लिए आप मीडिया की बाइक पर बैठकर जाएंगे तो भला कैसे आप उन्हें पकड़ पाएंगे क्योंकि मीडिया को देखकर तो वैसे ही लोगों के कान खड़े हो जाते हैं. खैर यह वाकया तो पुराना हो गया.
नया वाकया कुछ हटकर है. डूडा आफिस में दो दिन पहले हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. इसमें यही भारत समाचार के संवाददाता जितेंद्र शर्मा डूडा ऑफिस पहुंचे तथा वहां मौजूद अधिकारी कर्मचारियों को हड़काना शुरू कर दिया. पूरे प्रकरण पर फेसबुक पर लाइव देते हुए कवरेज किया गया. मामला इतना तूल पकड़ा कि आनन-फानन में उच्चाधिकारियों को अवगत कराना पड़ा.
मौके पर पुलिस बल पहुंचा तथा पूरे प्रकरण की जांच कराई गई.
पूरे मामले को लेकर जिले के एसएसपी अजय कुमार पांडे ने बताया कि जितेंद्र शर्मा नामक पत्रकार अपने अज्ञात 20-25 साथियों के साथ ऑफिस में गया. वहां अधिकारियों से अभद्रता की. सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई. इसको लेकर 8 सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है. इसकी निष्पक्षता से जांच कराई जा रही है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एसएसपी फिरोजाबाद का कहना है कि ऑफिस में पहुंचने से तीन-चार दिन पहले भारत समाचार के संवाददाता जितेंद्र शर्मा का फोन पीओ डूडा के पास गया था. 2 लोगों की नौकरी लगाने के लिए दबाव बनाया गया. जब पीओ डूडा ने मना कर दिया उससे नाराज होकर मनगढ़ंत कहानी बनाकर उक्त पत्रकार विकास भवन स्थित डूडा विभाग पहुंचा और साथियों समेत तांडव मचाया. आरोप है कि भारत समाचार के पत्रकार द्वारा ऑफिस से कुछ फाइलें गायब की गईं.
देखें संबंधित वीडियो-