एक मीडिया मालिक ने जिंदगी भर अपने कर्मचारियों का शोषण करके खूब पैसा कमाया… लेकिन वह महा कंजूस था… अपार धन इकट्ठा हो गया… जब मरने लगा तो Wife को बुला कर अपनी अंतिम इच्छा का इजहार किया- ”एक वादा करो… यह सारा पैसा दाह-संस्कार के समय मेरे साथ ही रख देना ताकि ऊपर जा कर मैं खर्च कर सकूं…”
Wife – मैं वादा करती हूँ।
मरने के बाद जब उसे ले जाने लगे तो Wife बोली- ”रुको..”
वह एक लिफाफा लाई और शरीर के साथ रख दिया।
कुछ दिन बाद भाई ने पूछा- तो क्या सारा पैसा जल गया?
Wife- मैने सारे पैसे का एक चैक बनाकर उन के साथ रख दिया था, वो जब चाहेंगे उपर Cash करा लेंगे.
आखिर Wife किसकी थी?
(यह जोक मजीठिया वेज बोर्ड के लिए संघर्षरत एक मीडियाकर्मी ने भड़ास को ह्वाट्सअप के जरिए भेजा है.)