ये हैं छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज के एसडीएम और प्रशिक्षु आईएस अफसर. इनका नाम है डॉक्टर जगदीश सोनकर. ये गए रामानुजगंज के जिला हॉस्पिटल का निरीक्षण करने. वे अस्पताल में पोषण पुनर्वास केंद्र भी गए.
इस दौरान वहाँ भर्ती कुपोषित बच्चे और पास बैठी उनकी माँ से एसडीएम महोदय बतियाने लगे. लेकिन अपने पद के गुरुर में वे अपने जूते को मरीज और महिला के बेड पर रख दिए.
अपने चमचमाते हुए जूते को बिस्तर पर रख कर उनके बात करने के अंदाज को वहां एक शख्स ने अपने कैमरे में कैद कर लिया.
यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. लोग कह रहे हैं कि 2013 बैच का यह आईएएस क्या इतना भी तमीज नहीं जानता कि आखिर अस्पताल में भर्ती एक बच्चे और उसकी मां से बात करने के दौरान जूते को बेड पर नहीं रखना चाहिए.
हमारे देश के बाबू लोगों की मनबढ़ई का यह जीता जागता नमूना है. इस आईएएस अफसर को चार जूते देने चाहिए ताकि फिर ये कभी अपने जूते को किसी गरीब के बिस्तर पर रखने की हिम्मत जुर्रत न कर सके.
(4 मई 2016 को प्रकाशित)