पहले रांची और अब पटना से प्रसारित बिहार झारखंड का रीजनल न्यूज चैनल कशिश न्यूज के मालिक और दरभंगा के बेनीपुर से जेडीयू के पूर्व विधायक सुनील चौधरी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली बीजेपी खुद को पाक साफ पार्टी भी कहती है लेकिन सच तो यह है कि बीजेपी भ्रष्ट और बेईमान नेताओं की पार्टी है.
यह हम यूं ही नहीं कह रहे हैं. दरअसल जिस सुनील चौधरी को पार्टी में शामिल कर बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल, राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी और पार्टी के तमाम नेता छाती पीट रहे हैं, उस सुनील चौधरी ने कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर कशिश न्यूज में काम करने वाले 22 कर्मचारियों को 8 महीने का वेतन नहीं दिया. जब कर्मचारियों ने पैसों की मांग करते हुए काम बंद कर दिया तो सुनील चौधरी ने खुद कहा था कि आप लोगों को पैसा मिल जाएगा. लेकिन आज तक पैसा नहीं मिला.
22 कर्मचारियों की 8 महीने की सैलरी करीब 12 लाख रुपये होती है. पिछले साल दशहरा के समय में एक महीने का पेमेंट देने के बाद अब ना तो सुनील चौधरी फोन पर उठा रहे हैं ना ही उसका कोई चम्मच कुछ बोल रहा है. हैरानी की बात तो यह भी है कि कशिश न्यूज के संपादक संतोष सिंह जो खुद को रवीश कुमार से कम नहीं मानता है, के खिलाफ कोई कर्मचारी अगर कुछ बोलता है तो सुनील चौधरी एक शब्द तक नहीं सुनते.
बकाया सेलरी के लिए कर्मियों ने पिछले साल सीएम नीतीश कुमार, बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी से लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव तक को इसकी जानकारी ट्वीटर के जरिए दी थी लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया. 8 महीने से अगर किसी को पेमेंट नहीं मिले तो उसकी क्या स्थिति कोरोना काल में हुई है, इसका सिर्फ अंदाजा ही कोई लगाया जा सकता है. आज भी ये मीडियाकर्मी एक-एक पैसे को मोहताज हैं.
एक मीडिया कर्मचारी लेबर कोर्ट गया था. वर्षों हो गए लेकिन अब तक इंसाफ नहीं मिला. उलटे सुनील चौधरी कहते हैं जहां जाना है जा सकते हो.
कशिश न्यूज के एक पीड़ित कर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
One comment on “मीडियाकर्मियों का लाखों रुपये हड़पने वाला चैनल मालिक बीजेपी में शामिल हो गया!”
संतोष सिंह जो कभी इटीभी में स्ट्रींगर था उसे चंदन झा ने कशिश में नौकरी दिलाई थी और सबसे पहले वह चंदन झा को ही हटवाया फिर मालिक को लङकी की सप्लाई करने लगा और उसका वीडीयो अपने पास रख लिया और वही वीडीयो दिखाकर मालिक को डराता रहता है। संतोष सिंह के संपत्ति की भी जांच होनी चाहिये क्योंकि कशिश में आने से पहले वह थर्ड हेंड सकूटर पर चढता था और अव करोङों का मालिक है—आखिर कैसे