रवीश कुमार-
दैनिक जागरण और इंडियन एक्सप्रेस। ख़बर क्या थी, हेडलाइन क्या है? देखें दोनों अख़बार…
दैनिक भास्कर और टेलीग्राफ़ देखें-
क़तर, कुवैत, ओमान, ईरान, बहरीन, अफ़ग़ानिस्तान, इंडोनेशिया, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन जैसे कई देश बीजेपी के प्रवक्ताओं के बयान की निंदा कर चुके हैं। इस बड़ी ख़बर को हिंदी के पाठक तक पहुँचने से अख़बार रोक देते हैं। दैनिक भास्कर ने इस खबर को कहाँ छापा है और टेलिग्राफ ने कहाँ आप ख़ुद तय करें। मोदी के कारण विदेश में भारत के नाम का झूठा ग़ुब्बारा फटा तो हिन्दी के अख़बारों ने ख़बर ही ग़ायब कर दी ताकि झूठ का कारोबार चलता रहे।