Sheel Shukla : ये घमंडी! अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि अभी नरेंद्र मोदी इतने शिक्षित नहीं है कि देश के अर्थ शास्त्र को समझ सके। अरविन्द केजरीवाल के ऐसा बोलते समय एक बू आ रही थी कि मैं तो IRS रहा हूँ और मेरी किताबी शिक्षा की कोई तुलना नरेंद्र मोदी की शिक्षा से नहीं है। यह कोई राष्ट्रहित या नोटबंदी के खिलाफ दिया गया बयान नहीं था बल्कि ये अरविन्द केजरीवाल का दम्भ था, घमंड था।
इसी घमंड का शिकार तो बुरी तरह से नरेंद्र मोदी भी है, अभी हाल के बयान सुनिये तो आप को खुद ही पता चल जायेगा की कितना घमंड भरा है नरेंद्र मोदी में, 8 नवम्बर 2016 नोटबंदी की घोषणा वाली तारीख, जिस तरह अपनी हथेलियों को आपस में पीटते हुए बोल रहे थे ऐसा लग रहा था मानो कोई देश का प्रधानमंत्री नहीं बल्कि कोई भगवन बोल रहा हो। नरेंद्र मोदी का कहना कि कांग्रेस की औकात चवन्नी की थी तो उन्होंने चवन्नी बंद की और मैंने अपनी औक़ात के हिसाब से हजार के नोट बंद किये, पहले लोग मनी मनी करते थे अब मोदी मोदी कर रहे है, कितना बेतुका दम्भ था ये।
नरेंद्र मोदी तो अपने घमंड में इस स्तर तक उतर गए कि अपने आप को जमीन से उठा हुआ नेता कहने वाले ने डेल्ही के चुनाव को नसीब वाला और बदनसीब के बीच की लड़ाई बता दिया. जिसमे नसीबवाले नरेंद्र मोदी थे और बदनसीब अरविन्द केजरीवाल। क्या होगा देश का जहा ये घमंडी देश और प्रदेश की बागडोर संभाल रहे है।
पत्रकार और उद्यमी शील शुक्ला की एफबी वॉल से.