अरुणेश सी दवे-
लाल किले की हिंसा याद है आपको? किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के स्वर्ण सिंह पंधेर, लक्खा सिधाना, दीप सिद्धू
संयुक्त किसान मोर्चा के रुट से अलग दिल्ली में घुस लाल किले पर जाने की धमकी चौबीस घंटे पहले देने के बावजूद ये पहुंचे। पहुंचे तो क्या इनको पहुंचाया गया। हिंसा की, तिरंगे के उपर अपना झंडा लगाया। आज छुट्टा घूम रहे देशद्रोह का एक्ट नहीं शांति भंग का आरोप बोले तो टोटल मिलीभगत।
अब आ जाईये फिरोजपुर की प्रधानमंत्री की रैली पर। संयुक्त किसान मोर्चा ने तो समझौता कर लिया है मार्च तक समय दिया है। फिर किसने प्रधानमंत्री का रास्ता रोका ? स्वयं स्वर्ण सिंह पंधेर लक्खा सिधाना की किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने। याराना इतना की एक ही फ्लायओवर में ये और प्रधानमंत्री का काफिला आमने सामने।
मुख्यमंत्री के एक किलोमीटर सामने रोड ओपनिंग की टीम चलती, बाधा होने पर मुख्यमंत्री को एक किलोमीटर पहले रोकने का प्रोटोकॉल है तो प्रधानमंत्री के लिए क्या होगा?
बाधा थी तो उस फ्लाईओवर में चढ़े कैसे ? एक ही रंग और नंबर की छह गाड़ियां चलती हैं कारकेड में यहां सिर्फ एक कैसे ?
कुल मिलाकर नौटंकी के सिवा कुछ नहीं जिसमें फोटोशूट का फुल प्रावधान था। पंजाब का चुनाव हिंदू बनाम सिख करने का प्रयास और उत्तरप्रदेश के भक्त रिचार्ज होंगे सो फ्री।
कनुप्रिया-
जो प्रधानमंत्री और गृहमंत्री, प्रधानमंत्री का रूट तक सुरिक्षत नहीं रख सकते, वो देश को क्या सुरक्षित रखेंगे….ये चौकीदार हैं? ‘ज़िंदा लौट आया” कहकर प्रधानमंत्री ने विदेशों में क्या संदेश दिया.
Rameshwar Lal Choudhary लिखते हैं…
दोपहर तक तो रैली हुई है … कै. अमरिंदर और पंजाब बीजेपी अध्यक्ष के भाषण भी हुए हैं … बस सुनने वाले सिर्फ 1500 लोग थे, बाकी 98,500 कुर्सियां खाली थीं !
PM के आने का इंतजार था !
मीडिया ने लाइव रैली दिखाई भी है !
फिर अचानक PM हेलीकॉप्टर छोड़ कर,
सड़क से जाने का हुकुम सुनाते हैं,
किसान सड़कों पर थे ही !
बस हो गई सुरक्षा में चूक और जान को खतरा !
और जो रैली हो चुकी थी, वो रद्द भी हो गई !
वाह मोदी जी वाह !
क्या कहानी है, क्या स्क्रिप्ट है !
जबरदस्त … सुपर हिट !
किस को ANI बना रहे हो ??
PM के आने जाने के रूट पर SPG 48 घंटे पहले कब्जा कर लेती है, राज्य की पुलिस भी उसी के आर्डर पर काम करती है !
IB और RAW भी पल पल की खबर रखते हैं, मिलिट्री इनटेलीजेंस भी एक्टिव रहती है !
पास का हवाई अड्डा और अस्पताल अलर्ट कर दिए जाते हैं, PM के खून के ग्रुप का खून रिज़र्व कर दिया जाता है !
इतना सब ताम झाम होता है और PM जाम में फंस जाते हैं यह कैसे संभव है?
एक थर्ड क्लास के ड्रामा की स्क्रिप्ट है ।
5 राज्यों के चुनाव के लिए मुद्दा गढ़ने के लिए !
Prashant
January 7, 2022 at 11:09 am
we must know that A permanent photograper/videographer travell with every PM & CM. During any travell some journlish also compenian of PM or CM.