नवेद शिकोह-
ये तस्वीर देखिए ! टूटे हाथ वाली एक महिला की इस पिक्चर में लखनऊ की पत्रकारिता का सम्मान छिपा है। लखनऊ की जानी-पहचानी महिला पत्रकार मुकुल मिश्रा क़रीब तीन दशक से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। तीस वर्षों में तीस दिन भी शायद ऐसे नहीं गुजरे हों जब इन्होंने अपने अखबार में अपनी बीट की खबर फाइल न की हो। मुकुल मिश्रा दीदी ने अलग-अलग प्रतिष्ठित अखबारों में भले ही कम वेतन पर नौकरी की, अधिक पैसा नहीं कमाया पर इनके पास सम्मान की बेशुमार दौलत है।
ये दशकों से राज्य मुख्यालय की खबरें कवर करती रही हैं। विधानसभा सत्र भी एक अर्से से कवर करती है। आजकल यूपी विधानसभा का मानसून सत्र चल रहा है। हमेशा की तरह सत्र की पल-पल की खबर पर नजर रखना और उसे लिखने में इनका कोई सानी नहीं। कई पुरुष पत्रकार तो विधानसभा की दिनभर की कार्रवाई की खबर लिखने मे इस महिला पत्रकार से मदद मांगते हैं।
आज यूपी विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन कवरेज के लिए मुकुल डालीबाग स्थित अपने आवास से विधानभवन जाने के लिए सुबह स्कूटी से निकलीं। घर से कुछ दूर पुराने डीजीपी आफिस के करीब इनकी स्कूटी स्लिप हुई और ये गिर पड़ी। हाथ में गंभीर चोट आ गई। साथी पत्रकार नीरज श्रीवास्तव जी इनको सिविल अस्पताल ले गए, जहां एक्सरे हुआ और पता चला हाथ की हड्डी टूट गई है। कच्चा प्लास्टर चढ़ा।
ऐसी हालत में पेशेंट दर्द से कराहता है और अस्पताल में भर्ती हो जाता है। मां दुर्गा की भक्त मुकुल प्लास्टर चढ़ने के फौरन बाद टूटा हाथ लेकर विधानसभा आ गई। पत्रकार दीर्घा में बैठकर विधानसभा की कार्रवाई कवर की और साथी पत्रकार योगेश श्रीवास्तव की मदद से स्टोरी फाइल की। पत्रकारों और विधानसभा के कर्मचारियों ने कहा सैल्यूट।