राजस्थान पत्रिका से खबर है कि यहां के दस मीडियाकर्मियों ने सुप्रीम कोर्ट के एक वकील से संपर्क साधकर मालिकों को लीगल नोटिस भिजवाया है. लीगल नोटिस भिजवाने की पहल की है राजस्थान पत्रिका, उदयपुर के ललित जैन ने. ललित जैन 13 वर्षों से पत्रिका में जूनियर मेंटनेंस आफिसर के पद पर कार्यरत हैं. जैन के नेतृत्व में दस मीडियाकर्मियों ने पत्रिका जो लीगल नोटिस भिजवाया, उसे पत्रिका समूह मुख्यालय की तरफ से रिसीव भी कर लिया गया है.
इस तरह मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई में एक और पन्ना जुड़ गया है. ललित जैन की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील धर्मेंद्र सिंह चौधरी और अमित सिंह राठौर ने जो लीगल नोटिस पत्रिका प्रबंधन को भेजा है, उसकी एक कापी भड़ास के पास है, जिसे यहां प्रकाशित किया गया है.
ज्ञात हो कि भड़ास की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील उमेश शर्मा भी देश के सभी प्रिंट मीडिया हाउसों को मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से एरियर और सेलरी देने के लिए लीगल नोटिस भेज रहे हैं. सात दिनों बाद सभी प्रिंट मीडिया हाउसों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा कर दिया जाएगा. भड़ास के साथ सैकड़ों पत्रकार गोपनीय रूप से लड़ रहे हैं तो दर्जनों पत्रकार खुलकर लड़ाई लड़ रहे हैं.
भड़ास के साथ जो-जो साथी खुलकर लड़ रहे हैं, वे 31 जनवरी को अंतिम रूप से दिल्ली पहुंचकर वकालतनामा और याचिका पर हस्ताक्षर कर दें. 31 जनवरी को दिल्ली में आईटीओ के पास दीनदयाल रोड स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में 12 बजे से 2 बजे तक बैठक होगी. इसमें वकालतनामा और याचिका पर हस्ताक्षर कराए जाएंगे. जो भी साथी इसमें शिरकत करने को आएं, वे अपने साथ अपने सारे डाक्यूमेंट्स की फोटोकापी और वकील के खाते में जमा किए छह हजार रुपये की रसीद लेते आएं.