प्रभासाक्षी.कॉम के नये संस्करण का लोकार्पण आज प्रधान संपादक श्री गौतम आर. मोरारका ने नयी दिल्ली में किया। इस अवसर पर प्रभासाक्षी का मोबाइल एप भी जारी किया गया। भारत के प्रमुख समाचार-विचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम के नये संस्करण का लोकार्पण आज प्रधान संपादक श्री गौतम आर. मोरारका ने नयी दिल्ली में किया। इस अवसर पर प्रभासाक्षी का मोबाइल एप भी जारी किया गया। श्री मोरारका ने इस अवसर पर प्रभासाक्षी की संपादकीय और डिजाइन टीम को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि हिंदी पाठकों को सिर्फ समाचार ही नहीं बल्कि जीवन के लिए उपयोगी प्रत्येक जानकारी उनकी अपनी भाषा में प्रदान करना हमारा कर्तव्य है और इसी मिशन को लेकर लगभग डेढ़ दशक पहले प्रभासाक्षी की शुरुआत हुई थी।
श्री मोरारका ने बताया कि प्रभासाक्षी का मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। उन्होंने कहा, ”नई तकनीक से हिंदी पाठकों को भी लगातार रूबरू कराने के अपने प्रयासों के तहत प्रभासाक्षी के नये संस्करण में आडियो और वीडियो खबरें भी पाठकों को मिलेंगी साथ ही पाठकों के बीच किये गये अध्ययन के निष्कर्षों के बाद प्रभासाक्षी पर पाठ्य सामग्री को और दिलचस्प तथा जानकारीपूर्ण बनाया गया है।”
उन्होंने कहा कि प्रभासाक्षी के नये संस्करण में कई और चैनलों को जोड़ा गया है जिसमें ‘सरकार’ प्रमुख है। इस चैनल पर पाठक सरकार की नवीनतम योजनाओं से जुड़ी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। प्रभासाक्षी का नया संस्करण बेहद तीव्र गति से खुलने वाला पोर्टल तो है ही साथ ही यह पाठकों के साथ नियमित संवाद का आकर्षक मंच भी है। उन्होंने बताया कि प्रभासाक्षी का मोबाइल एप फिलहाल एंड्रायड प्लेटफार्म पर ही उपलब्ध है तथा जल्द ही यह आईओएस पर भी उपलब्ध होगा। प्रभासाक्षी ने हाल ही में अपना ईपेपर शुरू किया था जिसको पाठकों की शानदार प्रतिक्रिया मिली है। पोर्टल के नये संस्करण में ईपेपर भी उपलब्ध है।
इस अवसर पर आईटी और मीडिया कंपनी 4Cप्लस के निदेशक श्री संजय गुप्ता भी उपस्थित थे। श्री गुप्ता ने प्रभासाक्षी को अपने शुभकामना संदेश में कहा कि प्रभासाक्षी के माध्यम से हिंदी भाषा के प्रति योगदान का जो अवसर मिला उसे हमने एक चुनौती के रूप में लिया।
गौरतलब है कि प्रभासाक्षी.कॉम पिछले लगभग डेढ़ दशक से देश और विदेशों के कोने-कोने में हिंदी पाठकों का चहेता बना हुआ है। वर्तमान में प्रतिदिन चार लाख से ज्यादा हिट्स प्राप्त करने वाले इस पोर्टल पर प्रकाशित सामग्री रुचिकर और पठनीय होने के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता से भरी होती है। जहाँ इंटरनेट पर सनसनीखेज और अशालीन सामग्री की भरमार है, वहीं प्रभासाक्षी ने साफ-सुथरी तथा निष्पक्षतापूर्ण सामग्री के माध्यम से अपनी अलग पहचान बनाई है। यह पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण नहीं कर रहा अपितु भारतीय संस्कृति और भारतीयता का संदेश प्रसारित करने में भी तल्लीनता के साथ जुड़ा हुआ है।
देश के अनेक जाने-माने पत्रकार, लेखक, साहित्यकार, व्यंग्यचित्रकार आदि प्रभासाक्षी के साथ जुड़े रहे हैं। स्व. खुशवंत सिंह, स्व. अरुण नेहरू, स्व. दीनानाथ मिश्र प्रभासाक्षी पर नियमित कॉलम लिखते रहे। वर्तमान में श्री तरुण विजय, श्री राजनाथ सिंह सूर्य और श्री कुलदीप नायर जैसे प्रतिष्ठित स्तंभकार प्रभासाक्षी से जुड़े हुए हैं। तकनीकी दृष्टि से भी इस पोर्टल ने नए प्रतिमान कायम किए हैं, विशेषकर हिंदी भाषा में मौजूद प्रारंभिक सीमाओं तथा कठिनाइयों के बावजूद उसने गांव-कस्बों में रहने वाले नागरिकों के लिए उनकी अपनी भाषा में समाचार और विश्लेषण प्राप्त करना आसान बनाया है।
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