इंग्लिश ठुमके… देशी बॉय…. की धुन पर ठुमके लगाने वाले यह सज्जन (सफेद शर्ट और काली पैंट में) एक पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय हैं।
इन्हें आरएसएस ने दिल्ली से लाकर पूर्व कुलपति की जगह अपना एजेंडा चलाने के लिए बैठाया था। पर ये तो यहां नृत्य करने लगे।
बेचारे अकेले रहते हैं, परिवार से दूर, इसलिए कभी कभार नृत्य आदि कर लेते हैं। वैसे ही जैसे पूर्व में आरएसएस के कुलपति विश्वविद्यालय के तनाव से मुक्त होने के लिए सरकारी पैसे पर पीना पिलाना कर लिया करते हैं।
संस्कारी कुलपति महोदय और उनके साथ आये उत्तर प्रदेश के एक PA पंडित जी आजकल कुछ ज्यादा आनंद में है। आनंद विश्वविद्यालय के डेढ़ सौ करोड़ से निर्मित नए भवन का।
अब विश्वविद्यालय के करोड़ों रुपए के पेमेंट की बात करना तो ठीक नहीं लेकिन जबसे विश्वविद्यालय राजधानी से 20 किलोमीटर दूर गांव में पहुंचा है तब से वहां पर इस तरह की गतिविधियां बढ़ गई है।
पत्रकारों की तीखी नजरों से दूर जंगल में अब रोज मंगल होता है।
पिछले 4 सालों से कुलपति जी राजधानी में रहते हैं तो इसलिए मनोरंजन के लिए कुछ ना कुछ कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं।
बस अच्छा नहीं लग रहा है तो विश्वविद्यालय के शिक्षकों (जिन्होंने यह वीडियो लीक किया) और पूर्व विद्यार्थियों को जो पहले एक पीने-खाने के शौक़ वाले कुलपति के कारण लज्जित हुए और अब एक “नर्तक कुलपति“ के कारण।
विश्वविद्यालय के पैसे पर मौज-मस्ती की जांच अभी भी कोर्ट के आदेश पर ईओडब्ल्यू कर रहा है।
कुलपति महोदय ने अब इस लीक हुए “नृत्य वीडियो” पर जांच बैठा दी है। कुछ शिक्षकों पर गाज गिरना तय है।
देखें नृत्य वीडियो-
https://twitter.com/bhadasmedia/status/1662681476499136512?s=46&t=U1CVCnR1zSmcNHG0NFtVig