सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर ने मलाईदार तैनाती की चाहत रखने वाले एक आईपीएस अफसर को ठगों द्वारा 15 लाख रुपये का चूना लगाने पर पैसा वापस कराने के लिए हजरतगंज पुलिस द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जांच कराये जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि एक समाचारपत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार कुछ महीने पहले इस अफसर की मुलाकात एक कद्दावर नेता के बंगले में एक बिचौलिए से हुई जिनसे उनकी मनचाहे जिले में तैनाती दिलवाने के लिए 25 लाख रुपये में सौदा हुआ और अफसर ने 15 लाख रुपये एडवांस दे दिए.
कुछ दिन बाद आईपीएस अफसर एक जिले के पुलिस कप्तान बन गए लेकिन उन्हें लगा कि मनचाही पोस्टिंग नहीं हुई और वे हजरतगंज कोतवाली की मदद से इस ठग से अपना पैसा वापस कराने का पूरा प्रयास कर रहे हैं पर ठग की मौजूदा सरकार में ख़ासा प्रभाव होने के कारण दिक्कत आ रही है. डॉ ठाकुर ने इसे वरिष्ठ पदों पर नियुक्ति में भ्रष्टाचार से जुड़ा एक गंभीर प्रकरण बताते हुए इसकी तत्काल उच्चस्तरीय जांच कराये जाने हेतु प्रमुख सचिव गृह से मांग की है.
सेवा में,
प्रमुख सचिव, गृह,
उत्तर प्रदेश शासन,
लखनऊ
विषय- एसपी पोस्टिंग के लिए 15 लाख रुपये देने वाले अफसर की जांच विषयक
महोदय,
मैं आपके सम्मुख अमर उजाला समाचारपत्र में दिनांक 15/11/2014 को प्रकाशित एक समाचार “नेताओं के चक्कर काटने के दौरान ठग के झांसे में आए: मलाईदार तैनाती के लालच में एसपी ने गंवाए 15 लाख” की प्रति प्रस्तुत कर रही हूँ जिसमे लिखा है कि मलाईदार तैनाती की चाहत रखने वाले एक आईपीएस अफसर को ठगों ने 15 लाख रुपये का चूना लगा दिया. इस अफसर के साथ ठग ने 25 लाख रुपये की डील की थी वादा पूरा न कर पाने पर पुलिस अफसर ने उससे रकम मांगी तो ठग उन्हें रुतबा दिखाकर टालमटोल करने लगा. एक जिले का पुलिस कप्तान बनने पर अफसर ने अपने करीबी पुलिसकर्मियों की मदद से ठग पर दबाव बनाया है और हजरतगंज कोतवाली की एक टीम ठग की तलाश में है.
सूत्र बताते हैं कि कुछ महीने पहले अफसर की मुलाकात एक कद्दावर नेता के बंगले में बेधड़क आने-जाने वाले व्यक्ति से हुई और उन्होंने मनचाहे जिले में तैनाती दिलवाने के लिए 25 लाख रुपये में सौदा कर डाला जिसमे अफसर ने आनन-फानन में 15 लाख रुपये एडवांस दे दिए. कुछ दिन इंतजार के बाद उन्हें एक जिले का पुलिस कप्तान बना दिया गया, लेकिन पश्चिमी यूपी के रूखे-सूखे जिले में तैनाती पर अफसर ने उलाहना देने के साथ रकम लौटाने को कहा तो ठग ने टालमटोल शुरू कर दी.
समाचार में कहा गया है कि उस एसपी के कहने पर हजरतगंज थाने के एक दरोगा ने अपने लोगों की टीम बना कर उस ठग से पैसे वापस कराने का प्रयास शुरू कर दिया है पर उस ठग की मौजूदा सरकार में ख़ासा प्रभाव होने और एक मंत्री के ख़ास होने के कारण दिक्कत आ रही है.
मुझे यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि यह समाचार अपने आप में कितना गंभीर है और इसके कितने गहरे निहितार्थ हैं. साथ ही आप भी इस बात से पूर्णतया सहमत होंगे कि वरिष्ठ पदों पर नियुक्ति में भ्रष्टाचार से जुड़े इस आरोपित प्रकरण की निश्चित जांच होनी चाहिए. अतः कृपया निवेदन है कि इस प्रकरण की तत्काल उच्चस्तरीय जांच कराये जाने की कृपा करें.
भवदीया,
(डॉ नूतन ठाकुर)
5/426, विराम खंड,
गोमती नगर,लखनऊ
पत्र संख्या- NT/Complaint/21/2014
दिनांक- 17/11/2014
प्रकाशित समाचार-
नेताओं के चक्कर काटने के दौरान ठग के झांसे में आए
मलाईदार तैनाती के लालच में एसपी ने गंवाए 15 लाख
अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। मलाईदार तैनाती की चाहत रखने वाले आईपीएस अफसर को ठगों ने 15 लाख रुपये का चूना लगा दिया। मनमुताबिक तैनाती के लिए काेशिश कर रहे इस अफसर के साथ ठग ने 25 लाख रुपये की डील की थी। वादा पूरा न कर पाने पर पुलिस अफसर ने उससे रकम मांगी तो ठग उन्हें रुतबा दिखाकर टालमटोल करने लगा। एक जिले का पुलिस कप्तान बनने पर अफसर ने अपने करीबी पुलिसकर्मियों की मदद से ठग पर दबाव बनाया है।
हजरतगंज कोतवाली की एक टीम ने ठग की तलाश में है। सूत्र बताते हैं कि कुछ महीने पहले अफसर की मुलाकात एक कद्दावर नेता के बंगले में बेधड़क आने-जाने वाले व्यक्ति से हुई। ब्रांडेड कपड़े, जूते, गले में सोने की मोटी चेन व महंगे
मोबाइल लेकर कार से उतरने वाले व्यक्ति को नेता के आवास के अनेक कर्मचारियों को सलाम करते देख अफसर भी उसे नेता का बेहद करीबी समझ बैठे। मौका निकालकर अपनी परेशानी बयां की। उसने परेशान आईपीएस अफसर को अपने घर का पता देकर पहुंचने को कहा।
…और फंस गए अफसर
ठग ने अपनी ऊंची पहुंच का बखान करते हुए मोबाइल में कद्दावर नेताओं के साथ अपने फोटो दिखाए। मनचाहे जिले में तैनाती दिलवाने के लिए 25 लाख रुपये में सौदा कर डाला। अफसर ने आनन-फानन में 15 लाख रुपये एडवांस दे दिए। कुछ दिन इंतजार के बाद उन्हें एक जिले का पुलिस कप्तान बना दिया गया, लेकिन पश्चिमी यूपी के रूखे-सूखे जिले में तैनाती पर अफसर ने उलाहना देने के साथ रकम लौटाने को कहा तो ठग ने टालमटोल शुरू कर दी।
santosh singh
November 21, 2014 at 3:36 pm
SP sahib ko kya iski jarurat thi.betan nahi milta tha kya