Yashwant Singh : अमर उजाला अखबार में आज कच्चे तेल के जबरदस्त रूप से सस्ता हो जाने की खबर लीड खबर के रूप में है. ठीक भी है. आखिर बहुत दिनों बाद पेट्रोल डीजल का दाम इतना कम हुआ है अंतरराष्ट्रीय मार्केट में. मिनरल वाटर से सस्ता हो गया है तेल. लेकिन ये क्या. राष्ट्रीय मार्केट में तो दाम वहीं का वहीं. बस थोड़ा सा हेरफेर है. आखिर जब तेल की कीमतों को बाजार के हवाले करने का तर्क देकर सब्सिडी खत्म किया गया था तो इसे बाजार के हवाले ही रहने देते महराज. जब दाम बढ़े अंतरराष्ट्रीय मार्केट में तो बढ़ने देते. जब दाम घट चुके हैं भयंकर रूप से तो इसे घटने देते. लेकिन नहीं.
कारपोरेट के हितों के लिए बेशर्मी की हद तक काम कर रही मोदी सरकार ने पेट्रोल का दाम सस्ता न करके साबित किया है कि यह जनता की नहीं, सिर्फ जुमलों की सरकार है. शेम शेम. इस मसले पर देश में दूसरी पार्टियों को आंदोलन खड़ा करना चाहिए था क्योंकि यह सीधे सीधे जनता के पाकेट से जुड़ा मामला है लेकिन चोर चोर मौसेरे भाई की तर्ज पर जब सारी की सारी पार्टियों लूटतंत्र का हिस्सा हैं तो कौन लड़ेगा, कौन सड़क पर उतरेगा. ऐसे में सोशल मीडिया वाले दोस्तों से ही उम्मीद है कि वे इस मुद्दे पर जरूर लिखें और इसे वायरल कराएं ताकि सत्ता में बैठे लोगों तक जनता की आवाज पहुंच सके.
Sanjay Tiwari : कोई भी सरकार इतनी गैरजवाबदेह और बेशर्म नहीं हो सकती जितनी कि यह सरकार है। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पूरी कटौती करने की बजाय एक बार फिर उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है।
Sheetal P Singh : पेट्रोल डीज़ल पर केनद्र सरकार ने इक्साइज ड्यूटी फिर बढ़ा दी और अन्तरराष्ट्रीय बाज़ार में क्रूड आयल के दामों की भारी गिरावट का फ़ायदा आम लोगों तक पहुँचने से फिर रोक दिया। सिर्फ थोड़ा सा टुकड़ा जनता तक आज रात से पहुँचेगा!
Manoj Singh Gautam : ”भाईयों और बहिनों, मैं विदेश से 12 रु. लीटर पेट्रोल खरीदकर आप लोगो को 63 रुपये मे बेचता हू तो मेरी सरकार अब तक की सबसे जन-उपयोगी सरकार होनी चाहिए कि नही होनी चाहिए?” भक्त लोग बोले- ”होनी चाहिए मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी मोदी”.
पत्रकार यशवंत सिंह, संजय तिवारी, शीतल पी सिंह और मनोज सिंह गौतम के फेसबुक वॉल से
umesh shukla
January 16, 2016 at 1:15 am
Yashwantji, aap ne is mudde ko bevaki se uthaya hai lekin durbhagya yeh hai ki aur akhbaar ise utani mazbooti aur pramukhata se nahi utha rahe hai jitani jaroori hai.
sanjib
January 16, 2016 at 3:26 pm
Modi Sarkar wakai “Dhaporshankh” nikli.. Janta se inhoney khoob “Modi Modi Modi Modi” Bulwaya. Ab dheere-2 Janta ko bhi samajh me aa raha hai ki ye to sirf Ambani Adani ke hain..