लखनऊ से प्रसारित होने वाले चैनल भारत समाचार में काफी परिवर्तन हो चुका है. चैनल की मुख्य स्तंभ कहे जानेवाले श्रेय शुक्ला कुछ विवादों के चलते पहले ही दिसम्बर 2018 में चैनल को नमस्ते कह चुके हैं. उनके बाद न्यूज़ एडिटर रमन पांडे ने भी जनवरी मध्य में चैनल को अलविदा कहते हुए विजेंदर सिंह के चैनल टीवी24 और न्यूज़ वर्ल्ड इंडिया को बतौर ग्रुप एडिटर ज्वाइन कर लिया. रमन पांडे के पीछे चैनल के अहम पिलर आउटपुट हेड माधव तिवारी ने भी भारत समाचार से फरवरी महीने में इस्तीफा देकर रमन पांडे के साथ टीवी24 को बतौर चैनल हेड ज्वाइन कर लिया.
इसके बाद भारत समाचार में अंदरुनी कलह शुरू हो गई और राजनीति चरम पर पहुंच गई. नौबत यहां तक आ गई है कि न्यूज़ रूम में कर्मचारी एक दूसरे को धमकियां देने लगे हैं. राजनीति का शिकार हुए हैं शुरुआत से चैनल से जुड़े पीसीआर हेड आकिल खान, जिन्हें छुट्टी से आने के बाद ज्वाइन तक नहीं कराया गया.
हालांकि 12वें हफ्ते में चैनल की टीआरपी ने आसमान छूआ और अब चैनल समाचार प्लस और एफ न्यूज़ को पीछे छोड़ते हुए तीसरे नंबर पर पहुंच गया है. ब्रजेश मिश्रा के कुशल निर्देशन में कुछ निर्णायक फैसलों ने असर दिखाया है. इसके अलावा आउटपुट की टीम की तत्परता ने अब नए परिणाम देने शुरू कर दिए हैं.
उधर रमन पांडे और माधव तिवारी के टीवी 24 ज्वाइन करने के साथ मै़नेजमेंट में काफी उथल पुथल हुई. विजेंदर सिंह ने पहले चैनल का प्रभार संजय भाटी को सौंपा. बाद में रोहित सक्सेना सीईओ बनकर आए. पर सेलरी संकट के कारण चैनल की स्थिति डांवाडोल है.
खबर ये भी है कि अंदरुनी राजनीति के कारण न्यूज़ वर्ल्ड इंडिया के इनपुट हेड राजन सिंह को चैनल के एक गुट ने कार्यमुक्त कर दिया. बाद में दूसरे गुट ने उन्हें वापस ले लिया. चर्चा है कि पूरे ग्रुप की कमान अब रमन पांडे को सौंप दी गई है. रोहित सक्सेना से अधिकार वापस लिए जाने की खबर है. इसी के बाद राजन सिंह को कार्यमुक्त करने का आदेश तुरंत प्रभाव से वापस लिया गया. वो कर्मचारी दोराहे पर खड़े हैं जिन्होंने रोहित सक्सेना के प्रति लॉयल्टी दिखाई थी. फिलहाल कर्मचारियों में सेलरी ना मिलने से रोष व्याप्त है. रमन पांडे किसी तरह से स्थिति को संभाल रहे हैं.