मनीष दुबे-
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में पिछले दिन एक ट्रक में आग लग जाने की घटना हुई. मामले में ताज्जुब वाली बात ये है कि ट्रक में लगी आग को कई मीडिया संस्थानों द्वारा अयोध्या से जोड़कर फेक न्यूज प्रसारित कर दी गई.
फेक न्यूज चलाने वालों में NDTV, इंडिया टुडे, बिजनेस स्टैंडर्ड, रिपब्लिक, मिंट, ब्रूट इंडिया, मिरर नाउ, लोकमत टाइम्स जैसे संस्थान शामिल रहे. इन मीडिया आउटलेट्स ने अपनी खबर में बताया कि ट्रक में ‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा’ से संबंधित सामान था, जो 22 जनवरी के लिए ले जाया जा रहा था.
जबकि सच्चाई ये थी कि ट्रक तमिलनाडु से आतिशबाजी लेकर बहराइच की तरफ जा रहा था, जिसमें एक विस्फोट के बाद आग लग गई. यह खबर टाइम्स ऑफ इंडिया ने प्रकाशित की थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में उन्नाव के पुरवा पुलिस स्टेशन की सीओ सोनम सिंह के हवाले से लिखा कि, ‘ट्रक तमिलनाडु से आ रहा था और अयोध्या नहीं बल्कि बहराइच की तरफ जा रहा था. ट्रक का अयोध्या अभिषेक से किसी तरह का कोई कनेक्शन नहीं है. सीओ ने बताया कि ट्रक में आतिशबाजी और कागज से बनी कुछ वस्तुएं थीं.’
इस मामले में आल्ट न्यूज में प्रकाशित रिपोर्ट कहती है कि, ‘हमें उन्नाव पुलिस का भी एक बयान मिला, जिसे उनके आधिकारिक एक्स पेज पर साझा किया गया था. इस बयान में लिखा है कि, बहराईच जा रहे ट्रक में दुकानों का सामान, आतिशबाजी, अभिनेताओं बच्चों के पोस्टर सहित कुछ धार्मिक वस्तुएं शामिल थीं.’
लेकिन इसके विपरीत तमाम मीडिया संस्थानों ने घटना को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से जोड़कर गलत खबर प्रकाशित कर दी.
नीचे ट्वीट में देखें फेक न्यूज चलाने वाले संस्थानों की खबरें, और पुलिस द्वारा किया गया खंडन…