बस्तर की बेटी को मिला न्याय, स्पीकर डॉ महन्त और वरिष्ठ पत्रकार अमृता राय ने खुशियों से भर दी राजेश्वरी की झोली
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने अपनी संवेदनशीलता का परिचय देते हुए मानव तस्करी का शिकार होकर लौटी बस्तर की बेटी राजेश्वरी सलाम का जीवन ही बदल दिया। डॉ महंत ने जब राजेश्वरी की पीड़ा सुनी तो भरे मन से उन्होंने मानव तस्करी को लेकर सख्त कानून बनाने की बात तो की ही, साथ ही तत्काल फैसला लेते हुए राजेश्वरी को छत्तीसगढ़ विधानसभा में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में नौकरी भी दे दी।
इतना ही नहीं उन्होंने उदारता का परिचय कुछ इस तरह भी दिया कि राजेश्वरी भृत्य का काम नहीं करके सामाजिक जागरुकता जैसे विषय पर ही काम करेगी, ऐसी घोषणा भी की।
मौका था युवा पत्रकार विशाल यादव और प्रियंका कौशल की किताब ‘नरक’ के विमोचन का। मानव तस्करी जैसे संवेदनशील मुद्दे पर लिखी इस किताब में ना केवल राजेश्वरी बल्कि उसके ही जैसी कई लड़कियों की दारुण कथा बताई गई है।
2013 में बस्तर के नक्सल प्रभावित जनकपुर में रहने वाली राजेश्वरी को बालाजी मंदिर घूमाने के बहाने तमिलनाडु के सेलम में बेच दिया गया था। उसके साथ बस्तर के ही अलग अलग जिलों की 60 लड़कियां और थीं। इन्हें नामक्कल जिले में एक खीरा/ककड़ी प्रोसेसिंग यूनिट में बंधुआ मजदूर बना लिया गया था। राजेश्वरी अपनी सूझबूझ से ना केवल खुद तस्करों के चंगुल से छूटी, बल्कि पुलिस के पास पहुंचकर बाकी 60 लड़कियों को भी छुड़वाया।
इस मौके पर नई दिल्ली से पधारी जानी-मानी वरिष्ठ पत्रकार अमृता राय भी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थीं। श्रीमती राय ने मानव तस्करी विषय पर सारगर्भित बात रखते हुए कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए समाज को सरकार के साथ आकर काम करना होगा। उन्होंने राजेश्वरी को गले से लगाते हुए उसे संबल भी प्रदान किया।
कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने भी कहा कि मैं मानव तस्करी विषय पर प्रदेश के मुख्य सचिव से बात करूंगा और इसे रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। इस मौके पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता करुणा शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी, वरिष्ठ साहित्यकार गिरीश पंकज, वैभव प्रकाशन के सुधीर शर्मा, डिजीआना ग्रुप के चैयनमेन तेजिंदर सिंह घुम्मन, विधानसभा के सचिव चंद्रशेखर गंगराडे समेत कई बुद्धिजीवी, साहित्यकार, पत्रकार मौजूद थे।
priyanka
February 16, 2019 at 8:02 am
शुक्रिया यशवंत जी, शुक्रिया भडास