जी ग्रुप के मालिक डॉक्टर सुभाष चंद्र आखिर बीजेपी से क्यों है खफा… आपको पूरी कहानी बताते हैं कि चल क्या रहा है!
डॉ सुभाष चंद्र ने जी नेटवर्क पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लाइव दिखाना क्यों बंद कर दिया. इसकी कई सारी वजह हैं. हम आपको बताते हैं कि आखिर मामला क्या है. इसके लिए आपको कुछ साल पीछे चलना पड़ेगा जब डॉक्टर सुभाष चंद्र राज्यसभा सांसद थे और दोबारा उन्हें राजस्थान से टिकट दिया गया जहां से वह जीत नहीं पाए…
सुभाष चंद्र को यह लगता है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने उनके साथ ठीक नहीं किया. उसके बाद मध्य प्रदेश के चुनाव पर आते हैं जहां पर सुभाष चंद्र के हजारों करोड़ के काम वह चाहे कंस्ट्रक्शन के हो या अन्य, लंबित पड़े हैं. इसकी डील उनकी एमपी के उस वक्त के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नहीं हो पाई जिससे वह खफा थे और मध्य प्रदेश के चुनाव में शिवराज सिंह के खिलाफ जी ग्रुप ने मोर्चा खोल दिया जिसे लेकर बीजेपी, गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी काफी नाराज थे.
इस चुनाव के बाद मोदी और अमित शाह ने सुभाष चंद्र से किनारा कर लिया. कई बार समय मांगने के बाद भी सुभाष चंद्र इन दो बड़े नेताओं से नहीं मिल पाए.
इसके बाद शुरू हुआ सुभाष चंद्र द्वारा कथित तौर पर जी ग्रुप में किए गए घपलों की सेबी द्वारा जाँच! पैरेंट कंपनी एस्सेल ग्रुप के ऑफिस पर मुंबई में सेबी का छापा पड़ा. अरबों रुपए के इललीगल तरीके से लेनदेन की जांच और छापेमारी का दौर शुरू हो गया जिससे सुभाष चंद्र बौखला गये. उन्होंने बहुत बार कोशिश की तो बीजेपी के एक बड़े मंत्री से जुगाड़ लगाकर वित्त मंत्री से तो मिल लिए लेकिन वित्त मंत्री ने उनकी मदद करने से इनकार कर दिया क्योंकि ऊपर से उन्हें मना किया गया था. इसके बाद मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव से उनकी मुलाकात हुई. सुभाष चंद्रा मध्य प्रदेश के कई सारे कामों को निपटाना चाहते थे लेकिन एमपी के मुख्यमंत्री को भी ऊपर से मना कर दिया गया था… रही बात उत्तर प्रदेश की तो यहाँ भी डॉक्टर सुभाष चंद्र की दाल गलनी बंद हो गई थी.
फिर क्या था, लोकसभा चुनाव में कोई तवज्जो न मिलने से सुभाष चंद्र ने दो दिन पहले जी नेटवर्क के सभी चैनलों पर मोदी अमित शाह और योगी की सभाओं व रोड शो को लाइव दिखाना बंद करने का फरमान जारी कर दिया. इस आदेश को लेकर जी ग्रुप के सीईओ अभय ओझा से उनकी काफी बहस हुई. अभय ओझा ने यह बात बीजेपी के बड़े नेताओं को बता दिया जिसे लेकर सुभाष चंद्र ने दोबारा फोन करके उनसे अभद्र तरीके से बात की. दोनों में जमकर बहस हुई जिसके बाद कल दोपहर अभय ओझा ने ग्रुप के सीईओ पद से अपना इस्तीफा भेज दिया.
इतना ही नहीं सुभाष चंद्र ने फौरन उन्हें रिलीव कर दिया!
चार घंटे बाद ही जी ग्रुप के अमित बंसल और डॉक्टर लोया अभय ओझा के घर पहुंचे और उन्होंने उनके घर पर ही चार्ज हैंडओवर करा लिया. इसके बाद एचआर हेड पूजा दुग्गल ने सभी को मेल जारी कर दिया.
आपको बता दें सुभाष चंद्र जी ग्रुप के नोएडा ऑफिस में बैठकर चैनल का ख़ुद ही संचालन कर रहे हैं जबकि कंपनी में उनका शेयर सिर्फ 3.75 प्रतिशत ही बचा है. सेबी के नियमों के मुताबिक वह जी ग्रुप में कोई दखल नहीं दे सकते लेकिन जी ग्रुप का पूरा एचआर उनके इशारों पर नाचता है. इतना ही नहीं, इस पूरे एपिसोड के बाद सुभाष चंद्र ने हाल में ही जी ग्रुप में आए एंकर प्रदीप भंडारी को भी यह कहा कि आप मोदी मीडिया है इसलिए अपना रास्ता ढूंढ लीजिए. ऐसे कई लोगों की जल्द ही छुट्टी हो सकती है जो मोदी और योगी या अमित शाह के समर्थक पत्रकार हैं जी ग्रुप में.
कुल मिलाकर आने वाला वक्त डॉक्टर सुभाष चंद्र के लिए मुसीबत वाला है. मोदी, अमित शाह और योगी को अपने चैनल पर लाइव न दिखाने का बड़ा फैसला रिएक्शन कर सकता है. आने वाले वक्त में क्या होगा यह आप सभी लोग समझते हैं.