Yashwant Singh : कोई जानकार इस पर रोशनी डाले, किसी भड़ासी ने पूछा है-
नमस्कार यशवंत भैया।
आशा है कि कोरोना काल मे आप अपने घर मे सुरक्षित और आनंद से होंगे। आप खबरों के जानकार हैं और खबरियों के भी। इधर जब भी न्यूज चैनल देखता हूँ तो एक बात समझ में नहीं आती है कि आखिर एंकर हाथ में वायरलेस वाकी टॉकी लिए क्यों रहते हैं? क्या उनको वॉकी टॉकी से ही खबर मिलती है? क्या मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करने दिया जाता है? कृपया मेरी इस उलझन को सुलझा देंगे तो बड़ी कृपा होगी।
भड़ास एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से.
उपरोक्त स्टेटस पर आए ढेरों कमेंट्स में से कुछ प्रमुख यूं हैं-
Sushil Pal
वो टेली प्रोम्पटर का रिमोट होता है….
Vivek Singh
एंकर टेलीप्रॉम्प्टर से खबर पढ़ता है जिसे स्क्राल करना पड़ता है आगे की लाइन के लिए।।। कई जगह दूसरे लोग भी टेलीप्रॉम्प्टर चलाते हैं लेकिन उसने अगर तेज चला दिया या ध्यान जरा भी भटका तो एंकर को बहुत मुश्किल होती है। अब एंकर खुद ही चलाते हैं। इससे एक आदमी जो चलाता था उसकी छुट्टी भी हुई तो मालिकान का पैसा भी बचा
Dheeraj Tagra
सर, इस रिमोर्ट को स्क्रोल करते, बटन दबाते तो दिखते नहीं कभी
Vivek Singh
जब एंकर खबर पढ़ता है तो अक्सर हाथ नहीं दिखता.. कभी दिखे तो गौर कीजियेगा… अंगूठा हल्का हल्का चल रहा होता है.. ये खड़े होने पर इस्तेमाल किया जाता है जब कुर्सी पर बैठकर पढ़ते हैं तो हाथ वाले कि जगह पैर वाला यूज़ होता है..
Dheeraj Tagra
सर, शुक्रिया
Maharshi Kumar Tiwari
भोकाल टाइट करने के लिए मेने एक नेता के साथ बंद वाकी टाकी और खराब वायरलैस सेट लिए लोगो को देखा
Bhan Prakash
वो वाकी टाकी नहीं ये टैलीप्राम्टर को कंट्रोल करने का रिमोट है। जिनके पास टैलीप्राम्टर औपरेटर नहीं हैं वो ऐंकर खुद अपने हिसाब से पढने की स्पीड कंट्रोल करते हैं।
Sunil Sharma
Iska jawab to mai bhi kafi dino se talash raha hu
अह्म ब्रह्मास्मि
वो वाकी टाकी नही, शायद टेली प्रोम्पटर का रिमोट होता है
Andaram Bishnoi
यह वीडियो देखिए… पूरा समझाया है
Abhinav Vishäl Pandey
हमने भी न्यूज एक साथ पढ़ी पर कभी टेली नहीं मिला, हमेशा अफसोस रहेगा
Sanjeev Kumar BaBa
एकदम सही प्रश्न , जानकारी मिलनी चाहिए गुरुजी
Ashok Aggarwal
ये आप अपनी फ्रैन्ड लिस्ट का ज्ञान चैक करना चाह रहे थे शायद 🙂
Prashant Shukla
उधर से मौज लेकर इधर ट्रांसफर कर दिया आपने
Harish Singh
प्रश्न तो ज्ञानवर्धक है जवाब मिलना चाहिए 🙂
Neelesh Pal
बड़े भैया अगर कुछ लिखने का मन न हो और बिना लिखे लोगों से कुछ लिखवाना हो। तो वो कला आपसे बखूबी सीखी जा सकती है।