CBI की कस्टडी से 103 किलो सोना फुर्र!
भारत में जो हो जाए वो कम है। खासकर सरकारी अमला तो आए दिन अजब गजब काम करता रहता है। देश की सबसे महत्वपूर्ण केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के हाथ से 103 किलो सोना गायब हो गया है। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक एसपी रैंक के अफसर की नियुक्ति की है जो छह महीने में अपनी रिपोर्ट देगा। कोर्ट ने कहा कि सीबीआई के लिए ये सीता वाली अग्नि परीक्षा का वक़्त है।
मामला चेन्नई का है। वर्ष 2012 में सीबीआई ने चेन्नई के एक आयातक के प्रतिष्ठान सुराना कारपोरेशन लिमिटेड पर रेड के दौरान 400 किलो सोना जब्त किया था। इस सोने को सीबीआई की निगरानी में एक लॉकर में रख दिया गया। अभी हाल में ही जब इस लॉकर को खोला गया तो इसमें से 103 किलो सोना गायब था। जाहिर है, सोना चोरी के लिए उंगली सीबीआई के बहादुर अफसरों पर ही उठेगी।
इस 103 किलो गोल्ड का दाम 45 करोड़ रुपए बताया जाता है।
इस प्रकरण की सुनवाई के दौरान जब सोना चोरी का खुलासा हुआ तो न्यायाधीश पीएन प्रकाश ने तमिलनाडु क्राइम ब्रांच सीआईडी पुलिस को जांच के निर्देश दिए। जांच एसपी रैंक का अफसर करेगा और छह महीने में अपनी रिपोर्ट पेश करेगा।
इस पर सीबीआई के अफसरों ने कोर्ट से अनुरोध किया कि जांच सीबीआई को ही दें क्योंकि लोकल पुलिस को जांच दिए जाने से केंद्रीय जांच एजेंसी की साख पर बट्टा लग जाएगा। सीबीआई के इस तर्क को जस्टिस पीएन प्रकाश ने रिजेक्ट कर दिया और जांच स्थानीय पुलिस को सौंप दिया।
न्यायाधीश पीएन प्रकाश ने इस केस को सीबीआई के लिए अग्नि परीक्षा बताया। जज ने कहा- अगर वे साफ सुथरे हैं तो सीता की तरह निष्कलंक बाहर निकलेंगे। अगर ऐसा न हुआ तो उसके परिणाम भुगतने होंगे।