अडानी ग्रुप की छह कंपनियों को लेनदेन के उल्लंघन व लिस्टिंग नियमों का अनुपालन नहीं करने पर सेबी ने कारण बताओ नोटिस भेजा है. जिन्हें नोटिस भेजी गई उनमें अडानी पावर, अडानी पोर्ट, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी विल्मर, अडानी टोटल गैस व अन्य शामिल हैं.
इन 6 कंपनियों को सेबी का नोटिस उस जांच का हिस्सा बताया जा रहा जिनमें हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी, 2023 में समूह के खिलाफ कॉरपोरेट धोखाधड़ी और शेयरों की कीमतों में हेरफेर के गंभीर आरोप लगाए थे. सेबी ने अगस्त में सुप्रीम कोर्ट में कहा था, उसने 13 विशिष्ट संबंधित पार्टी लेनदेन की पहचान की है, जहां वह सौदों की जांच कर रहा है.
अडानी समूह ने शुक्रवार को बताया कि, टोटल गैस व विल्मर को छोड़कर बाकी कंपनियों के लेखा परीक्षकों ने वित्तीय विवरणों पर एक योग्य राय जारी की है. बताते चलें कि, अडानी ग्रुप की कंपनियों की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है. ग्रुप विदेशी निवेश नियमों में उल्लघंन को लेकर सेबी के रडार पर है.
इसका अर्थ है कि सेबी की जांच का भविष्य में वित्तीय विवरणों पर असर पड़ सकता है. हालांकि, अडानी टोटल गैस और अडानी विल्मर के अलावा बाकी बची कंपनियों के ऑडिटर्स ने फाइनेंशियल डिटेल्स पर बयान दिया है. जिस अनुसार सेबी की जांच के परिणाम का भविष्य में फाइनेंशियल डिटेल्स पर असर पड़ सकता है.
अरबिंदो फार्मा को 13 करोड़ का टैक्स नोटिस
अडानी के अलावा अरबिंदो फार्मा को भी नोटिस मिला है. यह सेबी ने नहीं बल्कि हैदराबाद जीएसटी विभाग से मिला है. कुल 13 करोड़ के नोटिस में 6.54 करोड़ रुपये मूल रकम है, 5.92 करोड़ ब्याज और 65.51 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
कंपनी ने बताया कि इनपुट टैक्स क्रेडिट के दावे से जुड़े मामले में यह नोटिस मिला है. यह मामला 2018-19 से जुड़ा है.