बसंत साहू-
श्री मान्, मेरे बारे में एक तरफा समाचार कैसे प्रकाशित कर दिया। आप का झारखंड के सरायकेला खरसावां जिला में कौन पत्रकार है। मामूली कार टच को कुछ गोदी पत्रकार एवं पुलिस मिलकर मेरे उपर मामला दर्ज कराया। मैं भी मामला दर्ज किया हूं। आपको चांडिल थाना से खबर लेना चाहिए।
NH 33 पाटा टोल टैक्स के CCTV camera के सामने का मामला है। महिला कार चला रही थी। महिला जगु मंडल के साथ थी। जगु मंडल एक अपराधी है। ये आदित्यपुर थाना से जेल जा चुका है।
साधारण टच में रुपया मांग करना एक मेरे साथ साजिश था। मैं कार से नीचे नहीं उतरा हूं। मेरा कार पीछे है, महिला की कार आगे। टोल टैक्स नाका में महिला बैक गियर लगा दिया। साधारण टच का मामला है ये तो। वैसे तो बड़ी बड़ी दुर्घटना में मामला दर्ज नहीं करती है पुलिस। चांडिल थाना में सत्य घटनाएं पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होती है। न्यायालय के आदेश के बाद थाना प्रभारी मामला दर्ज करते हैं।
मेरा मामला में CID जांच कर रहा है। थाना प्रभारी अजित कुमार पर कार्रवाई होगी। सरायकेला थाना प्रभारी मनोहर कुमार पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश के बात पर हत्या मामले में फांस गया है।
रात्रि में अवैध बालू लौड हाईवा ट्रक पार करा रहा है पुलिस।
मेरा उपर पूर्व DC ने झूठे मामले दर्ज किया था। मैं उच्च न्यायालय रांची में शरण लिए है। इसमें भी मेरा जीत होगा।
सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल थाना क्षेत्र में अवैध बालू लोड ट्रक हाईवा पार होता है, जिसका समाचार मैं हमेशा प्रकाशित करता हूं। क्या पत्रकार को सच दिखाना गलत है। गोदी पत्रकार प्रशासन से मिले हुए हैं।
मेरा ऊपर जो भी मामला दर्ज हुआ है गलत है, आप स्वयं video देख लिजिए। पुलिस और थाना प्रभारी मिलकर जून में मेरे उपर आदिवासी हरिजन एक्ट लगाया, उच्च न्यायालय रांची ने मामला खत्म किया।
रांची प्रेस संगठन DGP झारखंड से आवेदन देकर जांच का मांग किया है। भड़ास पर खबर छपने से मुझे दुःख लगा। जो आपको समाचार दिया है उनसे पूछिए अवैध बालू कैसे रात्रि में पार हो रहा है।
मैं 1987 से पत्रकार हूं। मेरा छवि को धूमिल मत कीजिए।
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मूल खबर-
Comments on “बहुत मामूली कार भिड़ंत को साजिशन बड़ा बता कर रिपोर्ट दर्ज किया और मेरी छवि धूमिल किया जा रहा है : पत्रकार बसंत साहू”
साहू जी से जरा पूछिए तो कैसे ये अरूप चटर्जी के साथ मिलकर अवैध उगाही किया करते थे अब जब चटर्जी जी अंदर है और इनके ऊपर केस दर्ज़ हो रहा है तो अपने को पीड़ित दिखा रहे है। बाकी का तो साहू जी बता ही देंगे कैसे इनपुट में बैठे लोगों को गिफ्ट और पैसे खिलाकर घटिया खबर आगे बढ़ाई जाती है।
साहू जी से जरा पूछिए तो कैसे ये अरूप चटर्जी के साथ मिलकर अवैध उगाही किया करते थे अब जब चटर्जी जी अंदर है और इनके ऊपर केस दर्ज़ हो रहा है तो अपने को पीड़ित दिखा रहे है। बाकी का तो साहू जी बता ही देंगे कैसे इनपुट में बैठे लोगों को गिफ्ट और पैसे खिलाकर घटिया खबर आगे बढ़ाई जाती है।