कठुआ (जम्मू) : खुद को विश्व का नंबर वन अखबार बताने वाले दैनिक जागरण की जम्मू कश्मीर के कठुआ जिला में स्थिति कुछ खराब है। दैनिक जागरण की स्थिति अब ऐसी हो गई है कि वहां के रिपोर्टर अन्य समचार पत्रों द्वारा पूर्व में पब्लिश की गई स्टोरियों को ही छाप रहे हैं। कठुआ में स्टाफ रिपोर्टर राकेश शर्मा ने 11 जुलाई को कठुआ संस्करण में टाप लीड सुरक्षाबलों से जुड़ी ऐसी स्टोरी छाप दी जो करीब दस दिन पूर्व पंजाब केसरी और द ट्रिब्यून अंग्रेजी ने छाप दी थी।
ऐसे में रीडरों में भी दैनिक जागरण को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। बताया यह भी जा रहा है कि दैनिक जागरण में स्टाफ की कमी है। करीब दो वर्ष पूर्व दैनिक जागरण कठुआ में कार्य करने वाले ट्रेनी रिपोर्टर गुरप्रीत सिंह द्वारा जागरण को छोडऩे के बाद से अब तक वहां किसी कर्मी की भर्ती नहीं की गई है। यू कहें कि कोई वहां आने को तैयार नहीं है। विश्व के नंबर वन अखबार की कठुआ में स्थिति ऐसी हो गई है कि कंपनी का एच.आर. डिर्पाटमेंट यहां अब स्टाफ रिपोर्टर तक की सीधे तैनाती के लिए कईयों को टेलीफोनिक आमंत्रण दे रहा है लेकिन फिलहाल वहां कोई जाने को तैयार नहीं हो रहा। वरिष्ठों के खराब रवैये का कारण कई तहसीलों के रिपोर्टर भी जागरण को बाय बाय बोल चुके हैं।