सुनील मौर्या-
उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग के प्रतियोगी टेलीग्राम पर एक ग्रुप बनाये हैं, UPHESC में जबरदस्त भ्रष्टाचार के खिलाफ, जिसका नाम है-corrupt uphesc.
जिन लोगो को पेपर मिल गया था वह तो मस्ती में हैं. जो लोग चूक गए वह अब इनका खुलासा टेलीग्राम ग्रुप में कर रहे हैं और क्या क्या भ्र्ष्टाचार हुआ, सब धीरे धीरे सामने आ रहा है…. इन पीड़ित छात्रों ने न्याय के लिए आंदोलित होकर अभियान चला रखा है..
इस टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से यह पता चला कि इस बार का adv 50 का पेपर बड़े पैमाने पर आउट कराया गया…. पोलिटिकल साइंस में लोगों के 100 में से 100 सही हैं जिसमें 30 प्रश्न सामान्य अध्ययन के होते हैं जो अत्यंत कठिन स्तर के होते हैं…upsc का प्री निकालने वाले लड़का भी मुश्किल से 24 या 25 कर पाता है….लेकिन ये महाशय लोग 100 में से 100….
अंत मे आयोग खुद शर्मा गया और उसने इज्जत बचाने के लिए 3 प्रश्न डिलीट किये और ये आ गए 97 पे. भूगोल विषय की जो टॉपर है उसका पति का भी पोलिटिकल साइंस में चयन हुआ था…दोनों को देना था 50 लाख लेकिन इन लोगो ने अभी तक 35 लाख ही दिए हैं….15 नहीं दिया जिससे जो पेपर आउट कराने का मेन मास्टरमाइंड है, जिसका नाम टेलीग्राम ग्रुप में खोल दिया गया है और जो खुद इस विद्या से असिस्टेंट प्रोफेसर बन चुका है, वह गुस्सा गया ….
इस मास्टरमाइंड के दो चेले हैं ….जिसने सबको पेपर बेचा है. इन दोनों का भी चयन अपने उस्ताद की कृपा से हुआ है…. इनका नाम भी टेलीग्राम ग्रुप में खोला जा चुका है
अब आयोग की तरफ आते हैं…..आयोग का एक रिटायर्ड बाबू है, इन भाई साहब की बहू कॉमर्स की टॉपर और बिटिया पोलिटिकल साइंस की टॉपर…. इस बाबू के नाम का भी पर्दाफ़ाश हो चुका है.
ग्रुप के बच्चों ने यह भी बताया कि एक तबला बजाने वाला तबलची भी संस्कृत में असिस्टेंट प्रोफेसर बन गया…मास्टरमाइंड का एक चेला भी नियुक्ति पा गया है…
बच्चों ने टेलीग्राम के ग्रुप में सबकी पोल खोल के रख दी…बच्चे इस बात की मांग कर रहे है जितने लोगों का नाम ऊपर है…STF इनकी जांच करे, इनके कॉल रिकार्ड्स खंगाले, इनके बैंक डिटेल्स निकाले. किसने कब कितना रुपया कहाँ से निकाला और किसके एकाउंट में सेंड किया….सब पकड़े जाएंगे, जैसे उत्तराखंड में पकड़े गए….
सवाल है कि ये जो अमृत काल चल रहा है जिसमें बलात्कारी बाहर छोड़े जा रहे हैं तो क्या न्याय की कोई उम्मीद कहीं शेष है?