मुंबई । निवेशकर्ताओं को अधिक ब्याज का लालच दिखाकर करोड़ों की ठगी करने वाले सिट्स चेक इन्स व रॉयल ट्विंकल स्टार कंपनी के अध्यक्ष ओमप्रकाश गोयनका का पर्दाफाश दबंग दुनिया के संपादक उन्मेष गुजराथी की ओर से किया गया था। इसके बाद गोयनका ने 50 करोड़ का दावा किया था। अब इस मामले में नाशिक ग्रामीण आर्थिक अपराध शाखा के अधिकारियों ने गोयनका को धोखाधड़ी करने के मामले में मुंबई के वडाला से गिरफ्तार किया गया है।
गोयनका को नाशिक के निफाड जिला व सत्र न्यायाधीश एससी मगरे ने 30 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। राज्य के नाशिक, पुणे, मुंबई सहित गुजरात, गोवा आदी राज्यों के करीब 18 लाख निवेशकर्ताओं से इस कंपनी ने आर्थिक लाभ दिखाकर करीब 4,500 करोड़ रुपए निवेश के रूप में स्वीकार किए थे। इसमें से करीब 7,500 करोड़ रुपए निवेशकर्ताओं का बकाया होने की बात सामने आई है। इस कंपनी की ओर से लासलगांव व परिसर से करीब 100 करोड़ रुपए का निवेश जमा करने की बात कही जा रही है।
लगातार बढ़ रही शिकायतकर्ताओं की संख्या
इस मामले की प्राथमिक जांच पुलिस निरीक्षक जनार्दन सोनवणे ने की। धोखाधड़ी की रकम अधिक होने के कारण इस मामले को अपराध शाखा की ओर से सुलझाया गया। नाशिक के पुलिस अधीक्षक संजय दराडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विशाल गायकवाड के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक चंद्रहास देशमुख, सहायक पुलिस निरीक्षक जालिंदर पले ने कार्रवाई की। सिट्स चेक इन्स व रॉयल ट्विंकल स्टार कंपनी के चेयरमैन गोयनका अनेक दिनों से फरार थे। लासलगाव के अनिल गवली, विजय भोर, रूपेश पांडे, पंकज सुर्वे, संतोष जगताप, संतोष खाडे, देवला के दीपक पगार, डॉ. भूषण अहेर ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है। इस कंपनी ने एजंटों के माध्यम से निवेश स्वीकारा।
कंपनी ने लासलगाव के कोटमगावरोड पर बैंक आॅफ इंडिया के लासलगाव शाखा के समिप बड़ी रकम निवेशकर अपना कार्यालय खोला है। लेकिन इस कार्यालय में लगातार चक्कर काटने के बाद भी पैसे देने में टालमटोल की जा रही है। वर्तमान में कार्यालय पर ताला लटका हुआ है। इस मामले में सिट्स चेक इन्स व रॉयल ट्विंकल स्टार कंपनी के चेयरमैन ओमप्रकाश गोयनका व उनके सहयोगियों के खिलाफ निवेशकर्ताओं के साथ लगभग 90 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज हुई है। सूत्रों के अनुसार शिकायतकर्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसका आंकड़ा एक करोड़ 70 लाख से अधिक है।
ट्विंकल स्टार कंपनी ने पैसे वापस नहीं किए
सुशिक्षित बेरोजगार युवकों का लासलगाव परिसर में एजेंट बनाया गया। फिर बड़़ी रकम कमिशन और निवेशकर्ताओं को अर्थिक मुनाफा देने का सपना दिखाया गया, लेकिन समय समाप्त होने के बाद भी सिट्स चेक इन्स व रॉयल ट्विंकल स्टार कंपनी ने पैसे वापस नही किए। इसके बाद कविता अनिल पगार ने पहली बार कंपनी के चेयरमैन ओमप्रकाश गोयनका व उनके अन्य सहयोगियों के खिलाफ निवेशकर्ताओं के साथ 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई। कविता पगार ने अपने पति की मौत के पश्चात मिले हुए 15 लाख रुपए कंपनी में निवेश किए थे।