
भोपाल | दैनिक भास्कर समूह भोपाल से प्रकाशित होने वाले अपने अंग्रेज़ी अख़बार डीबी पोस्ट को बंद करने जा रहा है। 12 मार्च 2016 को शुरू हुआ ये अख़बार अपनी तीसरी सालगिरह भी नहीं मना पाया। 12 दिसम्बर को एचआर वालों ने अख़बार के कर्मियों को ये बुरी ख़बर सुनाई कि 6 जनवरी को अख़बार का आख़िर अंक होगा। अख़बार के संपादक भी हाल में डीबी पोस्ट छोड़ इंडिया टुडे ग्रुप से जुड़ गए हैं। फ़िलहाल अख़बार के कुछ कर्मियों को समूह में ही आंतरिक रूप से सेट करने की संभावना हो सकती है।
हिंदी बेल्ट में कम प्रसारसंख्या और महंगा प्रडक्शन इसके बंद होने की बड़ी वजह हो सकता है। इस अख़बार में मार्केट वैल्यू और मार्केट शेयर के हिसाब से भास्कर समूह को को कोई खास फ़ायदा नहीं पहुँचाया।हिंदुस्तान टाइम्स के भोपाल से बंद होने का फ़ायदा भी ये अख़बार नहीं उठा पाया। हालाँकि, अख़बार को ज़िंदा रखने के लिए हिंदी अख़बार के साथ इसे बंडल में बेचा गया।
एक साल की कई स्कीम दी गईं। अख़बार लॉंच करने में भी समूह को पसीने छूटे थे। इसकी तैयारी नवम्बर 2015 से शुरू हुई और चार महीने बाद अख़बार निकल पाया। लॉंचिंग से पहले और बाद भी कई एडिटर बदले गए। पचास से अधिक सम्पादकीय लोग आए और गए। कई निकाले भी गए। फिर दीप हलदार ने अख़बार को काफ़ी संभाला और इसे पहचान मिलने लगी। लेकिन दीप हलदार के अख़बार छोड़ने और इसके बंद होने की ख़बर क्रमशः ही आई।
दैनिक भास्कर समूह के लिए अंग्रेज़ी अख़बार हमेशा टेढ़ी खीर साबित हुआ है। इस से पहले भी समूह अंग्रेज़ी अख़बार शुरू कर अचानक बंद कर चुका है। इसमें डीएनए अख़बार से उसका अलगाव भी शामिल है। इस तरह भास्कर की कुंडली में अंग्रेज़ी का योग ही नहीं है शायद।