पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने-अपने क्षेत्र के असली मठाधीश अंशकालिक पत्रकार ही होते हैं. यह उद्गार ‘दोपहर का सामना’ के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल ने व्यक्त किया। ‘मुंबई मराठी पत्रकार संघ’ में आयोजित ‘फैमिली ऑफ प्रेस’ नामक मीडिया डायरेक्टरी के विमोचन समारोह में श्री शुक्ल समारोह अध्यक्ष के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मंच पर एनसीपी के महासचिव अरविंद तिवारी, भाजपा के उत्तर भारतीय मोर्चा के उपाध्यक्ष शिवकुमार सिंह, डॉ. सतीश वैद्य तथा कांग्रेस माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष निजामुद्दीन राईन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शिवम पांडेय ‘शिवम’ ने किया।
प्रेम शुक्ल ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के आ जाने से अब संपादकों का नियंत्रण खत्म हो गया है। अब तो रथ पर साथ बैठे व्यक्ति को सारथी से दुश्मन बताने में पल भर की देरी नहीं लगती क्योंकि अब पत्रकारिता में जमीन आसमान का परिवर्तन आ गया है। ९० के दशक में पत्रकारिता के असली मठाधीश अंशकालिक पत्रकार ही होते थे और आज भी अपने-अपने क्षेत्र में उनका ही नियंत्रण है।
विमोचन समारोह में एचआयवी विशेषज्ञ डॉ. सतीश वैद्य, भाजपा के उत्तर भारतीय मोर्चा के उपाध्यक्ष शिवकुमार सिंह तथा अरविंद तिवारी ने भी सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित किया। ‘फैमिली ऑफ प्रेस’ के संपादक मोतीलाल चौधरी ने अपना मनोगत व्यक्त किया तथा आभार प्रदर्शन डायरेक्टरी के सहायक संपादक अनुज कुमार पांडेय ने किया। अतिथियों का सत्कार शाल, श्रीफल एवं पुष्प गुच्छ देकर किया गया। इस अवसर पर आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल गलगली, शेषनारायण त्रिपाठी, आदित्य दुबे, राजेंद्र सूर्यवंशी, दीपक सूर्यवंशी, अमित तिवारी, मनोज पटेल, टोनी पटेल, सीताराम शेट्टी, इंद्रासन पटेल, दिलीप जायसवाल, इंद्रदेव मिश्र, विजय ओझा, रवि निषाद, श्यामसुंदर शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे। ‘भारतीय पत्रकार संघ’ के अध्यक्ष यावूâब हिंदुस्थानी की तरफ से ‘दोपहर का सामना’ के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ल का सत्कार किया गया।