Vineet Kumar : जागरण समूह अपने मीडियाकर्मियों के साथ ठेके पर बीड़ी बनानेवाले मजदूरों से भी बदतर व्यवहार कर रहा है. वो अपने मीडियाकर्मियों को इस हालत में लाकर छोड़ दे रहा है कि वो जागरण समूह से इस्तीफा( जो कि जबरदस्ती भी लिए जा रहे हैं) देने के बाद भी अपनी काबिलियत के आधार पर काम करने लायक न रहे.
आई नेक्स्ट, कानपुर से हमें लगातार खबरें आ रही है और जिनमें सारे तथ्यों को क्रम से भेजा जा रहा है, उसके अनुसार पहले तो जागरण समूह ने मजीठिया कमेटी की सिफारिश न लागू करने की नीयत से जबरदस्ती लोगों के हस्ताक्षर करवाए और अब जब उससे भी बात बनती दिखाई नहीं दी तो एक-एक करके अपने मीडियाकर्मियों की जॉब रिकार्ड खराब करनी शुरू कर दी. उनका विभाग इधर से उधर करना शुरू किया, जिस तारीख से ज्वायन किया, उसे बहुत बाद का कर दिया ताकि पीछे के पैसे न देने पड़े. इतना ही नहीं जिस मीडियाकर्मी ने लोन भी नहीं लिया, उसके हिस्से ब्याज सहित लोन बता रहा है.. विस्तृत रिपोर्ट जल्द ही..
मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार के फेसबुक वॉल से.