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राजस्थान के पत्रकार जितेश जेठानंदनी Tv9भारतवर्ष से रिजाइन देकर IANS TV पहुँचे

राजस्थान के तेजतर्रार पत्रकार जितेश जेठानंदनी ने अपनी नई पारी के शुरुवात indo-asian news service के IANS tv के साथ शुरू की है….

जितेश जेठानंदनी को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में करीब 10 साल अनुभव है…टीवी 9 भारतवर्ष में राजस्थान ब्यूरो हेड से पहले वो इंडिया न्यूज, फर्स्ट इंडिया के साथ-साथ जन टीवी में भी बतौर रिपोर्टर काम कर चुके हैं….

जितेश ने इस्तीफे और नई पारी के बारे में जानकारी सोशल मीडिया के ज़रिए दी है… देखें उनकी पोस्ट…

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टीवी 9 भारतवर्ष के बाद अब नई पारी की शुरुआत IANS TV के साथ… कहते हैं जीवन में हर यात्रा का अंत होता है…..ये भी कहा जाता है हर मौसम को बिछड़ना होता है…. TV9 Bharatvarsh की पारी का समापन हुआ….बीते दिनों टीवी 9 भारतवर्ष से रिजाइन दिया था…. वहां से आधिकारिक रीलिविंग letter प्राप्त हुआ है..

खट्टे -मीठे अनुभव के साथ टीवी 9 भारतवर्ष में बहुत कुछ सीखने को मिला…editor संत sir के नेतत्व के चलते नित नवीन प्रयोग किए …कई ऐसी खबर रही जिनको मैं जीवन भर भूल नहीं सकता….

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अब जाते हुए कामना है कि चैनल खूब आगे बढ़े… सभी सहकर्मियों का जीवन ख़ुशियों से भरा हो …यहाँ क़रीब तीन साल tv की शानदार टीम के साथ काम किया है….अपेक्षा आगे भी सभी के सहयोग का रहेगा..चैनल के सभी सीनियर और साथियों का दिल से आभार…

चैनल के डायरेक्टर हेमंत जी जिनकी डांट से जीवन में बहुत सीखने को मिला… विपरीत हालात में हमेशा पत्रकारों का साथ देने वाले हेमंत sir का सिर पर हमेशा प्यार रहा…

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चैनल के सीईओ बरुन सर ट्वीट के चलते एक बार नाराज जरूर हुए लेकिन हमेशा बहुत support किया..हमारे संपादक Sant Prasad सर से बहुत प्यार सम्मान मिला ….चैनल के अंदर दो बड़े भाई मिले जिन्होंने हमेशा मदद की और बहुत कुछ सिखाया… अभिषेक भैया, विवेक वाजयेपी ….

मैं हमेशा आपका आभारी रहूँगा Tv9 भारतवर्ष। तीन स्टोरी कभी नहीं भूल सकता….

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1-बाड़मेर भारत-पाक बार्डर पर सर्दी के समय बॉर्डर पर कैसे bsf के जवान गश्त करते हैं…स्टोरी करनी थी…..अलग-अलग तरह से गश्त दिखानी थी…. camel पेट्रोलिंग भी दिखाने का मन किया…. वहां मौजूद अधिकारी ने नहीं कहा… कारण बताया कि सर्दी में ऊँट गर्म होता है… मैने कहा तो क्या हुआ …मैं समझा नहीं …मैने कहा स्टोरी में अच्छे विजुअल चाहिए..camel के ऊपर बैठकर वॉक थ्रो करूँगा तो विजुअल के आधार पर स्टोरी अच्छी लगेगी…..bsf अधिकारी ने ऊँट हैंडलर को बुलाया… कहा ये गर्म तो नहीं होगा… उसने कहा कुछ नहीं साहब मैं सब देख लूंगा..टेंशन मत लो…मैं ऊँट के ऊपर बैठा wt स्टार ही किया… कि ऊँट उछलने लगा… कभी किसी झाड़ी में लेकर जाए तो कभी कहीं ….ऊँट हेंल्डर ने बहुत कोशिश लेकिन नहीं माना…रेगिस्तानी जहाज शायद गर्म था… कुछ पल बाद ऊँट ने इतनी ऊपर उछाला कि तारबंदी के उस पार जाकर मिट्टी में गिरा… होश चले गए.. bsf के जवान डर गए….कैमरामैन भी डर गया…जवानों ने आँखों पर पानी के छींटे मारे… उठाने की कोशिश… मौके पर एंबुलेंस बुलाई गई ….तोड़ी देर बाद होश आया…. सीने में तेज दर्द हो रहा था…. bsf के अधिकारी पोस्ट पर लेकर आये.. तोड़ी देर बाद मैं नार्मल हुआ…दर्द हो रहा था..लेकिन स्टोरी करनी थी… टारगेट सोच रखा था पूरा करने का…अधिकारियों से कहा sir स्टोरी करनी है….उन्होंने कहा आज छोड़ दो…आपको दर्द है… मैने कहा sir इतनी दूर आया हूं चैनल को अपेक्षा है कि स्टोरी तो आज ही करके भेजनी है….30 मिनट बाद फिर पूरी स्टोरी की …जैसे करनी थी वैसी ही स्टोरी की… स्टोरी करने के बाद पोस्ट पर लौटे तो वहां मौजूद एक bsf टुकड़ी के प्रमुख ने कहा वैसे आप सब का इंटरव्यू लेते हो आज हम आपका लेते है…पूरा इंटरव्यू लिया उन्होंने.. सवाल पूछा आप कैसे गिरे… गिरने के बाद क्या कहना है? उनका इंटरव्यू आज तक मेरे पास है..लेकिन मैने कभी सोशल मीडिया पर डाला नहीं.. उन्होंने मना किया था… उन्होंने कहा था मेरे साथ समस्या हो जाएगी लेकिन आपकी यादों के लिए आप जरूर रखें अपने पास ..स्टोरी करके घर लौटा… करीब 1 साल से ज्यादा समय तक मेरे गर्दन में समस्या रही…लेकिन फिर भी अगले 6 माह बाद फिर स्टोरी करने गया तो वहां वापस उस ऊँठ पर बैठकर बॉर्डर पर wt किया… हालांकि wt करने से कैमरामैन मना कर रहे थे…लेकिन कहते हैं डर के आगे जीत है… स्टोरी की औऱ इस बार नहीं गिरा…
ये खबर भी जीवन भर याद रहेगी…

2-चैनल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के समय सांसदों के स्टिंग ओपरेशन हुए… कांग्रेस पार्टी की जयपुर से उम्मीदवार ज्योति खंडेलवाल का भी स्टिंग ओपरेशन हमारी टीम ने किया…मुझे टास्क दिया गया… जब स्टिंग चलेगा तब आपको उनको लाइव देना होगा.. सुबह शाम तक हमारी गाड़ी ज्योति जी की गाड़ी के पीछे… उनसे नजर बचाते हुए…. आखिर करीब 9 बजे उनके घर पहुँचे… करीब 9.20 पर assignment से फोन आया लाइव देना है…पूछा ज्योति जी कहां हैं अभी ..मैंने कहा घर में हैं….हमने ज्योति खंडेलवाल जी को आवाज लगाई… वो नीचे नहीं आ रही थीं… वो ऊपर अपने घर पर थी… कैमरामैन थोड़ा डर रहा था …अंदर कैसे चलें… assignment से फोन आया घर के अंदर जाकर लाइव दो…लाइव देना ही है…बस जुनून था… पत्रकारिता का…कैमरामैन और मैं दोनों अंदर गये… हम तीन सीढ़ी ऊपर चढ़े तो चिल्लाने की आवाज आने लगी…आवाज सुनकर हम बाहर आ गये…उनको घर के बाहर से आवाज लगाई..बाहर आते ही ज्योति जी गुस्से में चिल्लाने लगी…लेकिन हम ने लाइव शुरू होते ही उनके नीचे आते ही सवाल पूछना शुरू कर दिए..इतने में ज्योति जी के समर्थक उग्र हो गये… उनके समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी….ज्योति जी के कुछ समर्थक मारने तक की प्लानिंग बनाने लगे… पीछे आवाज आने लगी… मारो इनको..लेकिन हम डरे नहीं.. लगातार कवरेज करते रहे…कोर्ट से लेकर पुलिस तक मामला गया.. कभी डर नहीं लगा… पीछे चैनल के लीडर खड़े थे…हाँ वैसे ज्योति जी से मेरे व्यक्ति सम्बंध थे. लेकिन पेशा पहले था…

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3- एक दिन हमारे स्टिंगर का फोन आया मेरे पास, चितौड़ से… बारिश के चलते रावतभाटा और चितौड़ के बीच गांव में बाढ़ आ गई है…चारों और पानी ही पानी है.. कोई चैनल वहाँ नहीं है…मैने अपने बॉस को बताया और जयपुर से रवाना हो गया बच्चों को बचाने… वहाँ जाकर देखा तो स्कूल तक पहुँचने की कोई जगह नहीं थी…हम गाड़ी लेकर पहाड़ी तक चले गए… पहाड़ी पर भी पानी-पानी। हमारी कार दो बार खाई में गिरते गिरते बची…. एक जगह पहुँचे तो वहां से स्कूल का रास्ता निकल रहा था…5 फिट से ज्यादा पानी… कैमरा ऊपर करके ईश्वर का नाम लेकर आगे बढ़े .. फिर वापस रास्ता कट गया…फिर भी हम डरे नहीं… और आगे बढ़े… तो सिविल डिफेंस के कुछ लोग थोड़ा दूर नजर आए..उन्होंने कहा आप आगे नहीं जा सकते हैं रिस्क है…उन्होंने कहा हम भी 4 घण्टे से संसाधनों का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अब तक कोई आया नहीं है…बच्चों को दिक्कत हो सकती है…हमनें कहा हमको ले चलो… हम ने वहां जाकर लाइव तस्वीरें दिखाईं… उस दिन मुख्यमंत्री कोटा चितौड़ दौरे पर थे.. ऊपर आसमान में उनका हेलीकॉप्टर नजर आ रहा था… हम ने नीचे रिपोर्टिंग करते हुए पूरी सरकार को जगाया… सभी बच्चे सुरक्षित निकल गए…करीब 150 से ज्यादा बच्चों की जान बचाई..

वैसे तो ऐसी बहुत सी स्टोरी थी कोरोनाकाल भी चाहे शमशान में जाकर स्टोरी करना या फिर अस्पताल में जाकर लेकिन कभी डर नहीं लगा क्योंकि चैनल के वरिष्ठ लोग का साथ था.

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