Shameer Aameen Sheikh : यदि आपको लगता है कि भारत में सिर्फ एक ‘मुस्लिम पर्सनल लॉ’ है तो आप बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। आइये जानते हैं भारत के कुछ अन्य पर्सनल लॉ के बारे में। इनको पढ़कर आप समझ जायेंगे कि भारत जैसे ‘अनेकता में एकता’ वाले देश में ‘कॉमन सिविल कोड’ अगले ढाई साल तो क्या ढाई सौ साल तक लागू नहीं हो सकता, यह सिर्फ राजनीतिक उछल-कूद है और कुछ भी नहीं –
1) गोवा के हिन्दू महिला को अगर 25 वर्ष की उम्र तक बच्चा नहीं हुआ या 30 वर्ष की उम्र तक बेटा नहीं हुआ तो उसका पति दूसरा विवाह कर सकता है (ये बेटा-बेटी में कानूनन भेद किया गया है)। लेकिन गोवा का मुस्लिम दूसरी शादी नहीं कर सकता।
2) कर्नाटक के ब्राह्मणों में सगे मामा-भांजी शादी कर सकते हैं, अन्य ब्राह्मण नहीं कर सकते।
3) बैंक में कोई हाथ में शेविंग ब्लेड भी ले जाये तो गिरफ्तार किया जा सकता है, लेकिन सिक्ख सरदार तलवार भी ले जा सकते है।
4) सिक्ख महिला बगैर हेल्मेट के बाईक चला सकती है, क्योंकी सिक्ख धर्म में महिलाओं को टोपी पहनना अवैध है।
5) जैन पुरूष, निकोबारी हिन्दू पुरूष व महिलायें और हिन्दू नागा साधू पुरूष नग्न रह सकते हैं, लेकिन कोई दूसरे धर्म के लोग नग्न रहें तो पुलिस गिरफ्तार करती है। जैन महिलाओं को नग्न रहने का अधिकार नहीं है।
6) गोवा के चर्च में हुवे किसी कैथलिक के विवाह के बाद वो अदालत की मर्जी के बगैर तलाक दे सकता है, मुस्लिम नहीं।
7) सिक्ख फौजी दाढ़ी रख सकता है, मुस्लिम नहीं।
8) सिक्ख पायलट पगड़ी पहन सकता है, हिन्दू नहीं।
9) आसाम के ऐसे चार जिले हैं, जहाँ आदिवासी जगह खरीद सकता है, अन्य कोई नहीं।
10) काश्मीर कि तरह नागालैंड और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों को भी विशेष राज्य का दर्जा दिया गया है।
11) केवल हिन्दू आदिवासी भाला, चाकू और दूसरे कुछ हथियार रख सकते है, दूसरे नहीं।
12) अज्ञारी (पारसी धर्मस्थल) में केवल पारसी जा सकते हैं, दूसरे नहीं।
13) सोमनाथ व पशुपतिनाथ मंदिर में केवल हिन्दू जा सकते हैं, दूसरे नहीं।
14) केरल में सिर्फ ईसाई शराब पी सकता है, बेच सकता है, हिन्दू नहीं।
ये ‘पर्सनल लॉ’ यहाँ सिर्फ उदाहरण के तौर पर बताये गये हैं, और भी बहुत हैं। तो ‘कॉमन सिविल कोड’ का गाना गाने वालों के न तो पुरखों की औकात थी, न इनकी है, न इनकी आगे आनेवाली पीढ़ियों की होगी, कि ‘कॉमन सिविल कोड’ लागू कर सकें, इसलिये बेकार में परेशान न हों।
शमीर आमीन शेख की एफबी वॉल से.