ये खबर खबरनवीसों के लिए चौंकाने वाली हो सकती है क्योंकि पिछले करीब 6 महीने से इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल एंड कंपनी और ‘दबंग दुनिया’ के मालिक किशोर वाधवानी के बीच जंग चल रही थी। ‘दबंग दुनिया’ ने प्रेस क्लब के कथित कारनामों और चंदाखोरी के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी थी। करीब रोज ही प्रेस क्लब और खासकर प्रवीण खारीवाल को लेकर कोई न कोई खबर अखबार में छपती ही थी! उधर, प्रेस क्लब ने भी गुटका किंग और ‘दबंग दुनिया’ के मालिक किशोर वाधवानी को अपने निशाने पर लेकर प्रशासन के सामने शिकायतों का अम्बार लगा दिया था! ‘भड़ास’ पर भी इस झगड़े से जुडी ख़बरें प्रकाशित हुई थी।
इसके अलावा फेसबुक पर भी किशोर वाधवानी पर चल रहे मामलों का ब्यौरा सिलसिलेवार चल रहा था। प्रेस क्लब ने अपनी एक मासिक मैगज़ीन को भी किशोर वाधवानी के कारनामों से रंगकर बँटवा दिया था। इस जंग का असर ये हुआ कि इंदौर में एक सामानांतर प्रेस क्लब खड़ा हो गया था, जिसे किशोर वाधवानी का समर्थन था। जब दोनों पक्षों को इस बात का अहसास हुआ कि इस लड़ाई से दोनों के कारनामें लोगों के सामने आ रहे हैं, और दोनों की ही पोल खुल रही है! फिर इनके बीच एक समझौता-दल खड़ा हो गया! जिसने दोनों को साथ बैठाकर समस्या का निराकरण किया और हल निकला गया कि प्रवीण खारीवाल को ‘दबंग दुनिया’ का चीफ एडीटर बना दिया जाए, ताकि झगड़ा शांत हो जाए! इस निराकरण के नतीजे में ही खारीवाल को ‘दबंग दुनिया’ का ये बड़ा पद उन्हें सौंपा गया है.
इन दोनों में तो समझौता हो गया, पर प्रेस क्लब से जुड़े जिन लोगों (पदाधिकारी भी) ने प्रवीण खारीवाल का किशोर वाधवानी के खिलाफ साथ दिया था, वे सकते में हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इस स्थिति में वे क्या करें? क्योंकि, प्रवीण खारीवाल तो जंग छेड़कर भी फायदे में रहे, पर वे लोग (अरविंद तिवारी, अमित सोनी सहित कई लोग) ठगे गए जो अभी तक किशोर वाधवानी के खिलाफ तलवार भांज रहे थे. ‘दबंग दुनिया’ से भी पिछले दिनों कुछ लोगों को खारीवाल से दोस्ती और उसकी मुहिम में गुपचुप साथ देने के आरोप में नौकरी से निकल दिया गया था, उनका क्या होगा? लेकिन, ‘दबंग दुनिया’ में कोई भी संपादक साल-छह महीने से ज्यादा नहीं टिका है। क्योंकि, बताते हैं कि किशोर वाधवानी को अखबार के लिए संपादक नहीं, खुद के लिए लायजनिंग पर्सन रखते हैं। अब इस नए समीकरण से फिलहाल के संपादक ललित उपमन्यु पर तलवार लटक गई है! वे कहाँ जाएंगे, ये लाख टके का सवाल हैं! क्योंकि, ललित इंदौर के सारे अखबारों की परिक्रमा जो कर चुके हैं।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
patrkar
July 27, 2014 at 7:26 am
मुनीश शर्मा रायपुर दंबंग दुनिया से हटाए गए
दबंग दुनिया रायपुर से मुनीश शर्मा निकाले गए। वो रीवा से आए रमेश कुमार रिपु की कुर्सी पर कब्जा जमाने के लिए कई तिकड़म किए। रिपु के खिलाफ साजिश रची लेकिन उनकी साजिश काम नही आई। रिपु वहीं के वहीं है। लेकिन मुनीश काफी घोटाला किए। इसकी शिकायत इंदौर तक गई। अखबार के प्रधान संपादक किशोर वाधवानी ने उन्हें रायपुर दंबग दुनिया के प्रबंध संपादक से भी हटा दिया है।