Vineet Kumar : राजस्थान संवाददाता मोहम्मद इकबाल को दि हिन्दू ने राजस्थान से इसलिए हटा दिया क्योंकि वो नहीं चाहता कि जिस राज्य में बीजेपी की सरकार हो वहां कोई मुसलमान संवाददाता हो.. ये वही अखबार है जिसकी पंक्ति दर पंक्ति रंगकर लोग लाट साहब बनते हैं..
”Rajasthan correspondent Mohammad Iqbal was transferred out of Rajasthan because the management did not want a Muslim correspondent in a BJP ruled state. Vidya Subrahmanyam, who was unceremoniously shunted out of her cabin despite her long years of service and eminence, and made to sit at a workstation right in front of her cabin. Senior Delhi based journalist K Balchand was posted to Patna despite his wife suffering from a critical ailment, and then denied leave to attend to her treatment,” a staffer said.
http://www.kractivist.org/praveen-swami-p-sainath-quit-the-hindu
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Vineet Kumar : दि हिन्दू के बारे में ये बात मशहूर रही है कि यहां के पत्रकार छोड़कर दूसरे अखबार में नहीं जाते और न ही प्रबंधन यहां के लोगों के साथ जोर-जबरदस्ती करता है. लेकिन पी.साईनाथ, प्रवीण स्वामी और डॉ. ए श्रीवास्थन के इस्तीफे से ये मिथक पूरी तरह टूट गया. हालांकि इस्तीफे की ये कोई पहली घटना नहीं है. पिछले तीन सालों में दि हिन्दू ने अपना चरित्र जिस तेजी से बदलना शुरु किया, उसमे ये स्वाभाविक घटना का हिस्सा बनता गया. एक तो ये अखबार तेजी से अपने ही कॉलमनिस्ट और लेखकों ी राइटअप को न छापने के लिए बदनाम होता गया. रिलांयस मामले में सेवंती निनन का कॉलम मी़डिया मैटर्स नहीं छापा, इधर पी. साईंनाथ के सा ये काम शुरु हुआ जो कि इनके इस्तीफे का बड़ा कारण है. प्रवीण स्वामी के इस्तीफे की बड़ी वजह इनके उपर कई तरह के एडीटर का वेवजह बिठा दिया जाना है जबकि डॉ. श्रीवास्थन के इस्तीफे का मामला स्वयं मैनेजमेंट की गड़बडियों को उजागर करता है. वो दि हिन्दू के लिए आर्किटेक्ट से जुड़ी स्टोरी करते आए हैं और उन्होंने देखा कि उनका अखबार ही इस मामले में नियमों धज्जियां उड़ा रहा है और उन्होंने इसका विरोध किया. नतीजा, उनके खिलाफ लगातार माहौल बनने शुरु हो गए औ उन्हें विदा होना पड़ा. अखबार का जो चरित्र तेजी से बदला है, उसका एक नमूना ये भी है कि राजस्थान के संवाददाता मोहम्मद इकबाल को मैनेजमेंट ने इसलिए राजस्थान से हटा दिया कियोंकि वो नहीं चाहते कि बीजेपी की सरकार वाले राज्य में कोई मुस्लिम संवादादाता हो. इधर दि हिन्दू के एडीटर इन चीफ एन. रवि ने अपने मेल में लिखा कि ये सही है कि पी.साईंनाथ और प्रवीण स्वामी बेहद काबिल पत्रकार हैं लेकिन अखबार में वो अपनी भूमिका निभाने में नाकाम रहे हैं. हमें अखबार के हितों और यहां के बाकी पत्रकारों का भी ध्यान रखना पड़ता है.
http://www.thenewsminute.com/news_sections/679
मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार के फेसबुक वॉल से.