देवरिया : जिले में पुलिस की मनमानी चरम सीमा पर है । यहां की पुलिस से न्याय की उम्मीद करना बहुत भारी भूल की तरह से होगी। आम धारणा बन गई है कि देवरिया पुलिस गरीब निर्धन एवं असहाय लोगों का उत्पीडन करती है तथा माफिया और अपराधियों तथा प्रभावशाली लोगों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोग।
अफसोसनाक यह भी है कि पुलिस अधीक्षक भी केवल औपचारिकता निभाने में ही व्यस्त रहते हैं। कहा यह भी जाता है कि अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों में पुलिस अधीक्षक का भय नहीं रहता है।
सबसे बड़ी विडंबना यह है कि पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा का सी यू जी मोबाइल उनके पीआरओ के पास रहता है इसलिए बहुत सारे मामलों की जानकारी पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा को हो ही नहीं पाती है और उनके पीआरओ साहब ही अपने स्तर से शिकायतों को हैंडल कर देते हैं।
ताजा मामला लार थाना क्षेत्र का है। बताया जाता है कि ग्राम पिंडी निवासी राहुल पटेल सोमवार को अपने दोस्त को लार रेलवे स्टेशन पर छोड़ कर वापस अपने घर लौट रहा था। इसी बीच रामजानकी मार्ग पर सरकड़ा गांव के सामने कुछ युवक ओवरटेक कर बाइक रोक कर लाठी डंडे से पिटाई कर दिए, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीन नामजद सहित कुछ अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे हैं।
बताया जाता है कि बुधवार को पुलिस ने आरोपी प्रकाश यादव के घर छापामारी की, लेकिन वह नहीं मिला।
इस संबंध में प्रकाश यादव की मां सितवंती देवी का आरोप है कि बेटे के नहीं मिलने पर पुलिस हमारी बेटी को थाने ले जाने की बात कहने लगी। इस पर हमारी बेटी सहम गई। वह बर्तन धुलना छोड़ आंगन में रखी डेहरी के सहारे छिप गई।
बावजूद पुलिस कर्मी जबरन घसीटते हुए उसे थाने ले जाकर बैठा कर भाई के बारे में पूछताछ करने लगे। दोपहर बाद भी जब बेटी को पुलिस ने नहीं छोड़ा तो वह थाने पहुंच बेटी को छोड़ने की गुहार लगाने लगी। काफी प्रयास के बाद बेटी को थाने से छोड़ा गया।
इस संबंध में थाना प्रभारी नवीन चौधरी ने बताया कि हर उस काम से जिससे पीड़ित को न्याय मिल सके, उसके लिए हर सम्भव हथकंडा पुलिस को अपनाना पड़ता है।
जबकि गुरुवार को इस संबंध में उनका पक्ष जानने के लिए पुलिस अधीक्षक को फोन किया गया तो उनके पी आर ओ अनिल कुमार सिंह ने फोन उठाया और बताया कि ऐसा कोई मामला उनकी जानकारी में नहीं है । लार थाने के एस ओं काफी मैच्योर है। ऐसा वह कर ही नहीं सकते । लेकिन फिर भी चेक करते हैं ।
जबकि इसी तरह के एक मामले में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बुधवार को अपने कार्यालय में बैठ कर गौरी बाजार थाना क्षेत्र में एक अपहरण के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए दबाव बनाने हेतु उसके घर के पिता को थाने में लाकर बैठाने की बात की तो फरियादी से कहा कि पुलिस कानून के दायरे में ही रह कर अपना काम करेगी। नियम विरुद्ध वो कोई काम नहीं करेगी । चाहे किसी को न्याय मिलता हो या नही।
इसी तरह से एक जिले के पत्रकार के मामले में थाना कोतवाली पुलिस की लापरवाही की शिकायत एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशान्त कुमार तक की गई लेकिन देवरिया पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और परिणाम स्वरूप पत्रकार का उत्पीड़न दबंग किस्म के लोगों के द्वारा निरंतर जारी है और पत्रकार के हिस्से वाली मकान पर कोतवाली थाने की पुलिस के मिली भगत से जबरन कब्जा कर लिया गया है।
अब आप खुद ही यह अनुमान कर लीजिए कि देवरिया जिले की पुलिस किस दिशा में चल रही है तथा यहां की आम जनता की क्या दशा हो सकती है।
Opl
July 7, 2023 at 7:37 pm
बहुत बहुत धन्यवाद
भड़ास
बहुत बहुत शुभकामनाएं।
Rohit Gupta
July 8, 2023 at 6:03 pm
अरे,बगल में महाराज जी का गृह जनपद गोरखपुर है और देवरिया में कई मंत्री है बावजूद इसके इस तरह का बर्ताव सरकार को बदनाम करने की साजिश हो रही है।