Yogesh Garg : दैनिक भास्कर ने मुख्य पृष्ठ पर प्रिंट एडिशन में यह खबर दी है, कि पहलू खां और उसके साथी सभी गो तस्कर थे। उन्हें दैनिक भास्कर ने गो तस्कर घोषित कर दिया। प्रिंट मीडिया का जन मानस पर व्यापक असर होता है, इस अख़बार के संपादक महोदय ने जयपुर नगर निगम की उस 700 रूपये की रसीद का भी जिक्र तक न किया कि वे लोग दुधारू गाय खरीदकर उसे पालने के लिए ले जा रहे थे।
अख़बार के स्थानीय संपादक है सतीश कुमार सिंह और राजस्थान स्तर पर लक्ष्मी प्रसाद पन्त। दैनिक भास्कर कार्यालय का नम्बर 0141 3988884 है। इन दोनों संपादक महोदयों से यह पूछा जाना चाहिये कि मरहूम पहलू खां को ‘गो तस्कर’ इन्होंने किस आधार पर लिखा।
यकीन मानिए जब तक आप साम्प्रदायिक सोच के इन मीडिया कर्मियों, सम्पादकों को पब्लिक प्लेटफॉर्म पर घसीटेंगे नही तब तक ये जनता को बरगलाकर ख़बर बेचते रहेंगे और मतान्ध लोग आपस में एक दूसरे को मार कूट रहे होंगे।
सवाई माधोपुर के युवा पत्रकार योगेश गर्ग की एफबी वॉल से.
Comments on “हे संपादक द्वय, आपने मरहूम पहलू खां को ‘गो तस्कर’ किस आधार पर लिखा?”
ये बहुत ही गलत हुआ है….हे राम
जितना दुःख तुम्हे एक गौ तस्कर के मरने पर हो रहा है क्या कभी उतना दुःख तुमने कश्मीर , केरल , बंगाल , यु पी में हिन्दुओ के मरने पर जताया है , और दूसरी बात हर गौ तस्कर के पास ऐसी फर्जी रसीदें आम मिल जाती हैं , जो पैसे से भी खरीदी जा सकती हैं !