दिल्ली सरकार की ऑड-ईवन योजना पर सवाल उठाने वाले दैनिक जागरण के पत्रकार राजकिशोर को दिल्ली सरकार के उस व्हाट्स एप ग्रुप से हटा दिया गया है जिससे सरकार मीडिया को जानकारी उपलब्ध कराती है. केजरीवाल सरकार की आलोचना करने वाले कुछ अन्य पत्रकारों को भी इस ग्रुप से हटाया गए है. ये सभी वो पत्रकार हैं जिन्होंने अरविन्द केजरीवाल और उनकी सरकार की आलोचना की थी.
पत्रकार राजकिशोर ने दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी ऑड-ईवन योजना पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया था- ‘तो अरविन्द केजरीवाल भी चमड़े के सिक्के चलाएंगे। वह भी जनता की खाल उतारकर.’ जवाब में केजरीवाल ने ट्वीट के जरिए उन्हें गंभीर पत्रकारिता की नसीहत दे डाली. उल्लेखनीय है कि मुगल शासक हुमायूं ने निजाम सक्का नामक एक भिश्ती को अपनी जान बचाने के लिए एक दिन का बादशाह बनाया तो उसने चमड़े का सिक्का जारी किया था. दरअसल, भिश्ती की मश्क जिसमें वह पानी भरता है, चमड़े की ही बनी होती है. चमड़े के सिक्के वाली कहावत वहीं से प्रचलन में आई है.
राजकिशोर ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि ”मुझे अपने व्यक्तिगत अकाउंट से सवाल उठाने का हक होना चाहिए, क्या जो आपके विरोध में होगा उसकी हस्ती मिटा देंगे?” उन्होंने कहा कि मेरे सवाल गंभीर थे, जिस पर केजरीवाल जी को बुरा लगा और मुझ पर हमले किए गए. एक अन्य ट्वीट में राजकिशोर ने कहा कि जेब में 2000 रुपए रखकर बच्चों को स्कूल छोड़ा. वापसी भर तनाव में रहा कि अरविन्द केजरीवाल के शब्दों में ‘ठुल्ले’ कहीं वसूल न लें.
Comments on “सवाल उठाने वाले पत्रकारों से नाराज हो जाते हैं केजरीवाल”
जितने सवाल केजरीवाल से करते ह उनसे एक भी सवाल बीजेपी या दूसरी पार्टी के नेता से पूछकर देखो,पत्रकार के मुँह पर किस तरह झापड़ पड़ेगा,जबकि पिछले कुछ सालो में ऐसा हुआ भी है !