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रामबहादुर राय ने न सिर्फ इंटरव्यू दिया बल्कि फोटो भी शूट कराया : आउटलुक

अंबेडकर पर विवादित बयान देने वाले रामबहादुर राय को IGNCA चेयरमैन पद से हटाने की मांग

महाराष्ट्र कांग्रेस ने वरिष्ठ पत्रकार और आईजीएनसीए के चेयरमैन राम बहादुर राय के खिलाफ महाराष्ट्र में प्रदर्शन की चेतावनी देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से उन्हें इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स (आईजीएनसीए) के चेयरमैन पद से हटाने की मांग की है. महाराष्ट्र के पूर्व सांसद और दलित नेता एकनाथ गायकवाड़ का कहना है, “रामबहादुर राय ने एक साक्षात्कार में कहा है कि बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखा नहीं, बल्कि सिर्फ उसकी भाषा दुरुस्त की थी. अंबेडकर ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन थे, लेकिन संविधान तैयार करने में उनकी भूमिका सीमित थी. यदि संविधान में आग लगाने को कहा जाता है तो वह ऐसाा करने वाले पहले व्यक्ति होंगे.”

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अंबेडकर पर विवादित बयान देने वाले रामबहादुर राय को IGNCA चेयरमैन पद से हटाने की मांग

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महाराष्ट्र कांग्रेस ने वरिष्ठ पत्रकार और आईजीएनसीए के चेयरमैन राम बहादुर राय के खिलाफ महाराष्ट्र में प्रदर्शन की चेतावनी देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से उन्हें इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स (आईजीएनसीए) के चेयरमैन पद से हटाने की मांग की है. महाराष्ट्र के पूर्व सांसद और दलित नेता एकनाथ गायकवाड़ का कहना है, “रामबहादुर राय ने एक साक्षात्कार में कहा है कि बाबा साहब अंबेडकर ने संविधान लिखा नहीं, बल्कि सिर्फ उसकी भाषा दुरुस्त की थी. अंबेडकर ड्राफ्टिंग कमेटी के चेयरमैन थे, लेकिन संविधान तैयार करने में उनकी भूमिका सीमित थी. यदि संविधान में आग लगाने को कहा जाता है तो वह ऐसाा करने वाले पहले व्यक्ति होंगे.”

गायकवाड़ का कहना है कि राय ने यह बयान देकर देशभर के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है. प्रधानमंत्री मोदी स्वयं को पिछड़े वर्गों का शुभचिंतक बताते हैं, लेकिन उनकी सरकार के कार्यकलापों से ऐसा बिल्कुल नहीं दिखता. देखना है कि बाबा साहब पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले राय पर पीएम क्या कार्रवाई करते हैं.

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इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय का कहना है कि उन्होंने ऐसा कोई साक्षात्कार नहीं दिया. ज्ञात हो कि आउटलुक हिंदी ने अपनी वेबसाइट पर तीन जून को वरिष्ठ पत्रकार और इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स के अध्यक्ष राम बहादुर राय के इंटरव्यू के आधार पर खबर प्रकाशित की थी. आउटलुक पत्रिका के मुताबिक उनकी प्रतिनिधि प्रज्ञा सिंह ने रामबहादुर राय से लंबी बातचीत की थी, जो आउटलुक पत्रिका (अंग्रेजी) के 13 जून, 2016 के अंक में प्रकाशित हुई. आईजीएनसीए के सदस्य-सचिव डॉक्टर सच्चिदानंद जोशी ने छह जून को आधिकारिक पत्र भेजकर दावा किया कि आउटलुक ने कभी भी राम बहादुर राय का इंटरव्यू लिया ही नहीं. इस पर आउटलुक की तरफ से जो प्रतिक्रिया दी गई, वह इस प्रकार है–

”आउटलुक की वरिष्ठ विशेष संवाददाता प्रज्ञा सिंह को 26 मई को श्री राम बहादुर राय से मिलवाया गया था. उन्होंने 27 मई को इंटरव्यू के लिए समय दिया. उन्होंने प्रज्ञा सिंह से संस्थान और सवालों की सूची के बारे में पूछा. संतुष्ट होने पर श्री राय ने संवाददाता से पूरे एक घंटे तक ऑन द रिकॉर्ड बातचीत की. इंटरव्यू के ही सिलसिले में प्रज्ञा सिंह एक बार फिर श्री राय से मिलीं और यह बताया कि आउटलुक का फोटोग्राफर फोटो-शूट के लिए उनसे मिलेगा. एक जून, 2016 को फोटो खिंचाने के समय फोटोग्राफर संजय रावत के साथ हमारी संवाददाता भी मौजूद थीं. प्रकाशित फोटो से स्पष्ट है कि श्री राय ने इसके लिए पोज दिए. वहीं वे कुछ और सवालों के जवाब देने को राजी हो गए. अगले दिन दो जून को इसके लिए मुलाकात होनी थी, लेकिन समय बचाने के लिए फोन पर कुछ सवाल पूछे गए. आउटलुक उच्च स्तरीय नैतिक मूल्यों का पालन करता है. यह भरोसा है कि आईजीएनसीए भी सोच समझकर बदनाम करने की बजाय नैतिक मूल्यों का पालन करेगा.”

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