झारखंड के चतरा में ताजा टीवी के पत्रकार इंद्रदेव यादव उर्फ अखिलेश प्रताप सिंह हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया. चतरा एसपी अंजनी झा ने बताया कि पत्रकार हत्याकांड में छह लोग शामिल थे. इनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल फरार तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी तलाश अभियान जारी है. फरार आरोपियों में एक स्थानीय विधायक का प्रतिनिधि भी शामिल है. यह तीनों नक्सली संगठन टीपीसी यानी तृतीय प्रस्तुति कमेटी से जुड़े हुए हैं.
चतरा पुलिस के मुकाबिक टीवी रिपोर्टर अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ इंद्रदेव यादव की हत्या ठेकेदारी से जुड़े होने के कारण की गई. नक्सली उनसे सात लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे थे. पैसे देने से मना कर देने पर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई. एसपी ने उन्होंने बताया कि मारा गया रिपोर्टर ठेकेदारी भी करता था. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीन लोगों के पास से इस हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार, बाइक और मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं.
उन्होंने कहा कि टीपीसी नक्सली मुकेश गंझू के घर मर्डर का प्लान बना था. मास्टर माइंड गंझू ने ही इसकी सारी प्लानिंग की थी. इस मामले में सिमरिया विधायक के प्रतिनिधि सूरज साव, झमन साव और बीरबल साव को गिरफ्तार किया गया है. वहीं हत्या में शामिल शूटर मुनेश गंझू, मास्टरमाइंड मुकेश गंझू और एक अन्य उग्रवादी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है. पत्रकार हत्याकांड को लेकर मचे बवाल के इसके बाद थमने के आसार हैं.
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