संकेत चतुर्वेदी-
नमस्कार मेरा नाम संकेत चतुर्वेदी है. मैं पिछले 23 साल से मीडिया जगत में हूं, मैंने zee नेटवर्क, डीडी न्यूज़, डायनेमिक न्यूज़ एंड फीचर्स, देशबंधु अखबार, दिल्ली लीडर अखबार इत्यादि के लिए काम किया है. मैं कई चैनलों पर बतौर राजनीतिक विशेषज्ञ भी जाता रहा हूं। अभी हाल फिलहाल में मैं संवाद न्यूज़ इंटरनेशनल का मुख्य संपादक हूं।
यह पूरा मामला 9 जुलाई की रात का है। अभी सर पर मेरे चोट लगी है इसलिए संपूर्णतया में कुछ याद नहीं है परंतु cctv फुटेज में सब दिख रहा है जो सबके समक्ष है।
प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार अभियुक्त ने मुझसे सिगरेट मांगी थी। मैंने इंकार किया तो इसने गाली बकी। मैंने भी पलट कर बाकी। थोड़ी गर्मा गर्मी हुई। उसके बाद यह मुझे मारने लगा। इसके कुछ दोस्त, इसके फोन करने पर आए जो इसे ले गए। इस दौरान, मेरी चेन टूट गई। इसे खोजने 5 मिनट बाद मैं फिर बाहर निकला था। तब दोबारा फिर इसने मुझ पर हमला किया। फिर मुझे होश अगले दिन ही आया।
मेरी मां और मेरे बच्चे 3 दिन से घर से नीचे नहीं उतरे। क्या ऐसा ही होता अगर मैं पुलिस में होता। थाना साहिबाबाद के तर्क- मेरी ड्यूटी कांवड़ में लगी है। तुमने उसे क्यों नहीं मारा? जब अरेस्ट कर लेंगे तो f.i.r. बना देंगे, उससे पहले कंप्लेंट पर भी रिसिविंग नहीं देंगे।
एक मेरा छोटा सा प्रश्न है कि कहीं अगर मैं मर गया होता, तो भी चौकी राजेंद्र नगर वाले, एसआई साहब, अन्य ड्यूटी में ही व्यस्त होते क्या? सीसीटीवी की फुटेज को देखें और बताएं मेरे मरने में क्या कसर रह गई थी और यह व्यक्ति फोन पर किस से बात कर रहा था। अगर आप वीडियो फ़ुटेज देखें तो आपको पता लगेगा, कि जब मैं बेहोश हो गया था तो यह फोन पर किसी को कुछ बता रहा था।
देखें वीडियो-
https://twitter.com/bhadasmedia/status/1679469900451155969?s=46&t=U1CVCnR1zSmcNHG0NFtVig
अभिषेक आनंद
July 13, 2023 at 8:14 pm
शर्मनाक।
यूपी में अपराधियों और गुंडों का ही राज है।
प्रेम कुमार श्रीवास्तव
July 13, 2023 at 11:19 pm
किसी भी राज्य में पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं
Satendra
July 16, 2023 at 9:17 pm
Police agar Reports ki bhi nahi sun rahi Hain to public ki kya sunegi crime aur criminal ko badawa de Rahi h Police walo ke khilaf aur criminals ke khilaf karywahi ki mang karte h