Amitabh Thakur : पशुधन विभाग ठेका के नाम पर करोड़ों हड़पने में PS हजरतगंज में दर्ज FIR में पशुधन मंत्री के निजी सचिव व पत्रकारों के साथ जिस IPS अफसर पर 50 लाख लेने का आरोप लग रहा है, कृपया उनके संबंध में भी गहराई से जाँच कर कार्यवाही कराएँ.
पशुधन विभाग में ठेका के नाम पर करोड़ों हड़पने में PS हजरतगंज में दर्ज़ FIR में पशुधन मंत्री का निजी सचिव धीरज कुमार, पत्रकार AK राजीव गिरफ्तार हो गए हैं. ध्यान देने की बात है कि घपलों में बार-बार मंत्रियों के निजी सचिव पकड़े जा रहे हैं.
इन अवसरों पर मंत्रियों से भी अवश्य पूछताछ हो.
इनमें पत्रकार राजीव कई IPS के बेहद निकट सहयोगी हैं. ऐसा मैंने कई बार देखा है. इस बिंदु पर भी गहराई से जाँच हो.
बेबाक आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की एफबी वॉल से.
Anil Singh : अनिल राय पत्रकार हैं. तीन चार और पत्रकार इसमें शामिल हैं.
इनकी लाइफ स्टाइल देखिये! आप को अंदाजा लग जायेगा कि ये पैसा कहां से आ रहा है.
ऐसे पत्रकारों को सिस्टम भी रिकोगनाइज करता है, सम्मान देता है.
चोट्टे पत्रकार नीली बत्ती में घूमते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सादर आग्रह है कि इस रैकेट के पीछे जितने भी आईएएस, आईपीएस और पुलिसकर्मी शामिल हों, जांच कराकर उनकी सजा भी सुनिश्चित कराई जाये तभी न्याय माना जायेगा.
अन्यथा पत्ते तोड़ने से भष्टाचार नहीं मिटेगा, इसे जड़ से उखाड़ने के लिये इसमें शामिल सफेदपोशों पर भी कार्रवाई जरूरी है.
इसके साथ ही विधानसभा सचिवालय में चल रहे खेल पर भी ध्यान देने की जरूरत है.
लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार अनिल सिंह की एफबी वॉल से.
इस बीच, एफआईआर में जिस एक अन्य पत्रकार संतोष मिश्रा का नाम शामिल है, वे एक न्यूज चैनल के सीएमडी हैं. एक्सप्रेस टीवी नामक यह चैनल नोएडा से लांच करने की असफल कोशिशें हुईं. संतोष ने भड़ास4मीडिया को अपना पक्ष भेजा है जिसे नीचे प्रकाशित किया जा रहा है-
प्रतिष्ठा में,
आदरणीय संपादक महोदय
Bhadas4Media
नोयडा
गौतम बुद्ध नगर
उत्तर प्रदेश।
महोदय, सादर अनुरोध के साथ अवगत कराना है कि लखनऊ में मंजीत भाटिया जो इंदौर के निवासी हैं उनसे आशीष राय जो आजमगढ़ के मूल निवासी हैं ने अपने कुछ करीबियों के माध्यम से करीब नौ करोड़ रुपये ठेका दिलाने के नाम पर ठग लिए था।
पुलिस जाँच में आशीष राय और पशुधन राज्यमंत्री के निजी सचिव धीरज कुमार सहित कुछ लोग आरोपित हुए हैं।
उसी मामले वादी मुकदमा मंजीत भाटिया ने मेरा भी नाम FIR में दे दिया है। जबकि मैं न तो उक्त व्यक्ति भाटिया से कभी जीवन मे मिला हूँ और न ही किसी प्रकार की मेरी उनसे बातचीत है।
मैंने जांच एजेंसी को अपना पक्ष रखकर सारी सच्चाई बता दी है। और जांच एजेंसी को मैंने पूरा सहयोग करने का वचन दिया है। पूरा मामला मेरे विरुद्ध एक षड्यंत्र है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मेरा पक्ष छापकर मुझे न्याय दिलाने में मेरी सहायता करें।
सादर धन्यवाद
संतोष मिश्र
CMD
एक्सप्रेस टीवी लखनऊ
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