Anil Singh : नौसेना का घनघोर अपमान किया गडकरी ने! वैसे तो मैं सेना का कतई समर्थन नहीं करता क्योंकि मैं भारतीय पुलिस व प्रशासनिक व्यवस्था की तरह इसे भी अंग्रेज़ों के औपनिवेशिक शासन की निरंतरता मानता हूं। यह काफी हद तक सच भी है। फिर भी यह एक संवैधानिक संस्था है जिसका अपमान करने का हक किसी को नहीं बनता। खासकर उसका, जो संविधान की शपथ लेकर केंद्र सरकार में मंत्री बना हो।
लेकिन हमारे केंद्रीय परिवहन मंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सत्ता का ऐसा मद चढ़ा हुआ है कि नौसेना की तौहीन करते हुए उन्होंने कह दिया, “मैं उन्हें दक्षिण मुंबई में एक इंच ज़मीन भी नहीं दूंगा। वे पाकिस्तान सीमा पर क्यों नहीं चले जाते, जहां वे पैट्रोलिंग करते हैं।” नौसेना ने अपने कामकाज़ और स्टाफ के आवास के लिए मुंबई पोर्ट ट्रस्ट से दक्षिण मुंबई में कोई जगह मांगी थी। पोर्ट ट्रस्ट के पास सैंकड़ों एकड़ ज़मीन फालतू पड़ी है। लेकिन गडकरी जी का तुर्रा देखिए! ऐसे बोल रहे हैं जैसे दक्षिण मुंबई की ज़मीन पोर्ट ट्रस्ट या सरकार की नहीं, उनकी खानदानी बपौती हो!
मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार और अर्थकाम डॉट कॉम के संस्थापक अनिल सिंह की एफबी वॉल से.