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उत्तर प्रदेश

समाजवादी पार्टी में अमर सिंह की आधिकारिक एंट्री की पटकथा लिखी जा चुकी है!

समाजवादी पार्टी में विस्फोट देखने के लिए तैयार रहिए। अमर सिंह की आधिकारिक एंट्री की पटकथा लिखी जा चुकी है। चचेरे भैया रामगोपाल यादव की चूलें हिलाने की कमान शिवपाल सिंह ने थामी है। पहले ही वार में भ्रष्टाचार सम्राट इंजीनियर यादव सिंह के कारोबारी रिश्तेदार सांसद अक्षय यादव के पिताश्री रामगोपाल के कुछ विश्वस्त अफसर उड़ा दिए गए हैं। आयोग अध्यक्षों और सदस्यों की बलि पर पार्टी शांति से बैठी है और हाईकोर्ट में कुछ नहीं बोल रही। ये सब रामगोपाल के प्यादे हैं।

<p>समाजवादी पार्टी में विस्फोट देखने के लिए तैयार रहिए। अमर सिंह की आधिकारिक एंट्री की पटकथा लिखी जा चुकी है। चचेरे भैया रामगोपाल यादव की चूलें हिलाने की कमान शिवपाल सिंह ने थामी है। पहले ही वार में भ्रष्टाचार सम्राट इंजीनियर यादव सिंह के कारोबारी रिश्तेदार सांसद अक्षय यादव के पिताश्री रामगोपाल के कुछ विश्वस्त अफसर उड़ा दिए गए हैं। आयोग अध्यक्षों और सदस्यों की बलि पर पार्टी शांति से बैठी है और हाईकोर्ट में कुछ नहीं बोल रही। ये सब रामगोपाल के प्यादे हैं।</p>

समाजवादी पार्टी में विस्फोट देखने के लिए तैयार रहिए। अमर सिंह की आधिकारिक एंट्री की पटकथा लिखी जा चुकी है। चचेरे भैया रामगोपाल यादव की चूलें हिलाने की कमान शिवपाल सिंह ने थामी है। पहले ही वार में भ्रष्टाचार सम्राट इंजीनियर यादव सिंह के कारोबारी रिश्तेदार सांसद अक्षय यादव के पिताश्री रामगोपाल के कुछ विश्वस्त अफसर उड़ा दिए गए हैं। आयोग अध्यक्षों और सदस्यों की बलि पर पार्टी शांति से बैठी है और हाईकोर्ट में कुछ नहीं बोल रही। ये सब रामगोपाल के प्यादे हैं।

राजनीति के माहिर खिलाड़ी मुलायम सिंह यादव ने जो व्यूह रचना की है, उसमें शिवपाल खेल खेलेंगे और अखिलेश को ताकतवर बनाया जाएगा। आजम खां को शांत रहने के लिए मना लिया गया है। रामगोपाल दरअसल, पार्टी अध्यक्ष बनने का सपना देखने लगे थे। भविष्य में पार्टी में मुलायम की विरासत शिवपाल के पास होगी और सत्ता अखिलेश के हवाले। यादव सिंह प्रकरण की आंच में पार्टी अगले चुनाव में प्रदेश की सत्ता की आहुति नहीं देना चाहती, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के शातिर सीबीआई गेम से निकलने के लिए रामगोपाल से किनारा करना जरूरी हो गया है।

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आगरा के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. अनिल दीक्षित के फेसबुक वॉल से.

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