यूपी के सूचना विभाग का कच्चा चिट्ठा खुलने लगा है। प्रथम दृष्टया जो तथ्य सामने आए हैं वह एक महा घोटाले की तरफ़ इशारा कर रहे हैं। योगी की सोशल मीडिया टीम के एक सदस्य द्वारा सुसाइड कर लेने के बाद भ्रष्टाचारियों के चेहरे पर से नक़ाब हटना शुरू हो चुका है।
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने सीएम सोशल मीडिया टीम के एक कर्मचारी द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले को लेकर कई ट्वीट किए हैं। इनके ट्वीट्स में कुछ सुबूत भी हैं जो महा घोटाले के प्रारंभिक दस्तावेज हैं। सूचना विभाग में अंदरखाने गुपचुप ढंग से चलाए जा रहे एक समानांतर सरकार का पता चलता है।
पता चला है कि भाई लोगों ने सीएम मीडिया टीम के 2 कर्मचारियों को ही मान्यता प्राप्त संवाददाता घोषित कर दिया है। इन्हें किसने और कैसे बना दिया मान्यता प्राप्त संवाददाता? सूर्य प्रताप सिंह ने अपने ट्वीट में कई सवाल उठाए हैं। सूर्य प्रताप आशान्वित हैं कि दोषी अफ़सरों का अब जेल जाना तय है। ट्वीट में कई सारी बातें हैं।
देखें सभी ट्वीट-