Connect with us

Hi, what are you looking for?

टीवी

शर्मा जी स्क्रीन पर हैं! : एंकर से लेकर सभी गेस्ट ‘शर्मा’!

Ambrish Kumar : अहीर पार्टी आती है तो जातिवाद बहुत बढ़ जाता है. वो खाली अहीरों को यश भारती बांट देती है. पत्रकारों में भी मिश्रा-शर्मा को नहीं देती. इससे बेहतर तो यह चैनल है जो खाली शर्मा-शर्मा बैठाता है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

Sanjaya Kumar Singh शर्मा जी के चैनल की भी एक फोटो है। उसमें शर्मा जी स्वयं हैं। तीन अन्य शर्माओं के साथ। टेलीविजन मतलब शर्मा। एंकर शर्मा तो शर्मा। चैनल मालिक शर्मा तो शर्मा … शर्मा ही शर्मा देख तो लें …. होगा संयोग। पर हम भी देख रहे हैं।

Ambrish Kumar अच्छा. सारे शर्मा साथ साथ. कोई बात नहीं अगर सारे यादव या जाटव होते तो जातिवाद फ़ैल सकता था.

Advertisement. Scroll to continue reading.

Ram Awadh Yadav अम्बरीश जी, देशी कहावत है अबरे की औरत सगरे गावँ की भौजाई होती है। इस समय up में जातिवाद का नंगा नाच हो रहा है कौनव ई ससुरा चैनल वाले न बोलत हउवें।

Manoj Saamna सर प्रणाम, आप तो इसके बहुत बार शिकार हुए हैं, अपनी सरकार में, तब भी चुप थे. आज आप भी जातिवाद पर मुंह खोल दिये? अब लोकतंत्र है।
Ambrish Kumar सिर्फ अहीर जातिवादी होते हैं, और कोई नहीं. अब ठाकरे भी कायस्थ, अख़बार का रिपोर्टर भी कायस्थ. कोई जातिवाद नहीं.

Advertisement. Scroll to continue reading.

Kameshwar Kamati यादव अगर यादव को वोट दे तो घिनौना जातिवाद लेकिन ब्राह्मण किसी ब्राह्मण को ही वोट दे तो प्रगतिवाद। रामायण में कृष्ण ने मोदी-योगी को नेहरू काल में यही कहा था, zee news वाले गवाह हैं, पूछ लीजिए।

Kailash Kathle यह जातिवाद नही है सर, इनका विशेषाधिकार है. वाक चातुर्य इन्हें जन्मजात मिली होती है। इनके अंदर न्याय करने की क्षमता कूट कूट कर भरी होती है, इसलिए न्याय पालिका में भी यह लोग कूट कूट कर भरे हुए हैं। भारत के चारों स्तम्भ में इनको विशेष दर्जा प्राप्त है, उनके पश्चात दिल इनका भरा नहीं, अभी भी कुछ बाकी है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

https://www.youtube.com/watch?v=jsymg7SWyxs

Advertisement. Scroll to continue reading.
1 Comment

1 Comment

  1. Som Samvedi

    July 20, 2018 at 4:20 am

    यह सब जिसने भी लिखा है, वह महामूर्ख है और उसे पत्रकारिता जगत का कोई अनुभव नहीं है। यहां कोई आरक्षण नहीं है और ब्राह्मण आरक्षण से बाहर हैं तथा पढ़ने-लिखने वाले हैं, इसीलिए यहां हैं। तुम जाति आधारित आरक्षण बचाने के लिए सिर्फ रो सकते हो, रोते रहो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement